गैर मान्यता प्राप्त विद्यालयों की भरमार: सरकार के आदेशों पर जिला प्रशासन फेर रहा है पानी

•मानक विहीन होते हुए भी मिल गई मान्यता

अम्बेडकरनगर,ब्यूरो। शासन एवं प्रशासन के तमाम निर्देशों के बावजूद भी गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों पर शिकंजा नहीं कसा जा पा रहा है हर वर्ष नए-नए विद्यालयों की भरमार से नियमों का उल्लंघन होने के साथ-साथ धज्जियां भी उड़ाई जा रही हैं बात यह नहीं है कि नए विद्यालय न खुले। नए विद्यालय खोलने से अभिभावकों तथा बच्चों को सुविधाएं तो मिलती हैं लेकिन वही मां-बाप का सपना तथा बच्चों का भविष्य अंधकार में हो जाता है यह बात इसलिए कही गई कि हर अभिभावक यही सोचता है कि जिस विद्यालय में अपने बच्चे का दाखिला करा रहा हूं वह विद्यालय पूर्णता शासन द्वारा मान्यता प्राप्त ही होगा और क्यों ना लगे जब विद्यालय के संचालक प्रचार प्रसार के लिए होल्डिंग और अन्य प्रचार सामग्री में लिखा देते हैं कि यह विद्यालय उत्तर प्रदेश शासन द्वारा मान्यता प्राप्त है जिससे बच्चों के साथ-साथ अभिभावक भी गुमराह के शिकार हो जाते हैं और बच्चे का दाखिला इन गैर मान्यता प्राप्त विद्यालयों में करा देते हैं जब समय निकल जाता है और इनको पता चलता है कि स्कूल गैर मान्यता प्राप्त है तब तक काफी देर हो चुकी होती है लेकिन फिर भी लोगों की बातों में ना आकर उनको यह विश्वास होता है कि जब स्कूल पोस्टर आदि मान्यता प्राप्त होने का दावा कर रहा है तो अगर जिम्मेदार कुछ नहीं ठोस कदम उठा रहे हैं तो स्कूल मान्यता प्राप्त ही होगा आइए बात करते हैं शिक्षा क्षेत्र टांडा के केदार नगर की जहां पर दर्जनों विद्यालय ऐसे चल रहे हैं जो कि विगत कई वर्षों से बिना किसी शासन द्वारा मान्यता के सैकड़ों बच्चों के भविष्य पर हर साल पानी फेर रहे टांडा शिक्षा क्षेत्र के केदार नगर बाजार से जियापुर और केदार नगर से ही कोटवा तक कई ऐसे ही स्कूल हैं जो कि गैर मान्यता प्राप्त होते हुए भी धड़ल्ले से विद्यालय का संचालन कर रहे हैं। टांडा शिक्षा क्षेत्र में मान्यता प्राप्त विद्यालयों में भी मानक की कमी
आपको बता दें यहां जो विद्यालय मान्यता प्राप्त हैं वह मानक विहीन स्थिति में संचालित किए जा रहे हैं केदार नगर के आस पास लगभग दर्जनभर ऐसे विद्यालयों की भरमार है जो मानक विहीन होते हुए भी मान्यता प्राप्त कर चुके हैं अब यह बड़ा सवाल है कि बिना जांच पड़ताल के मानक विहीन स्थिति में कैसे इन विद्यालयों को मान्यता प्राप्त हो गई जबकि प्रशासन का दावा करता है कि मेरे क्षेत्र में कोई भी ऐसा विद्यालय नहीं है जो मानक विहीन होते हुए भी मान्यता प्राप्त कर चुके हो और बात करें गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों की तो प्रदेश की योगी सरकार यह कहती नहीं थकती अपने अधिकारियों से कि बिना मान्यता के कोई विद्यालय संचालित ना किए जाएं जिसके कारण किसी बच्चों का भविष्य सवरने का सपना,सपना ही ना रह जाए।
-अखण्ड प्रताप सिंह के साथ विकास वर्मा केदार नगर की रिपोर्ट

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