मीरजापुर- मड़िहान क्षेत्र के पड़रिया गांव निवासी एक किसान ने तहसील में जमकर बवाल काटा और किसान तहसील में अधिकारियों से पूछने गया था तभी लेखपाल कुँवर बहादुर से बातचीत होने लगा इसी में लेखपाल भड़क गए और तभी वहां पर और लोग इकट्ठा हो गए और काफी तू तू मैं मैं भी हो गया बाद में मामला संज्ञान में आने पर अधिकारियों कर्मचारियों के हस्तक्षेप पर मामला शान्त हुआ।
तहसील क्षेत्र के पटेहरा कला गांव में गांव सभा की नवीन परती 25 बीघा जमीन पर पड़रिया कला गांव निवासी राजीव सिंह का वर्षों से कब्जा था।गांव सभा की खुली बैठक में नवीन परती की जमीन 46 पात्र पट्टेदारों को दश दश बिस्वा भूमि आवंटन कर दी गयी।पट्टेदार पट्टे की भूमि पर जोताई बुआई करने लगे।पूर्व में काबिज काश्तकार को जानकारी हुयी तो शुक्रवार को तहसील आकर लेखपाल कुँवर बहादुर से उलझने लगा।हलाकि मीटिंग के दौरान सभागार में उपस्थित अधिकारियों कर्मचारियों के बीच बचाव से मामला शांत हुआ।काश्तकार राजीव सिंह का आरोप है कि जमीन हमारी है।चकबंदी वालों की गलती से नवीन परती दर्ज हो गया।जिसका न्यायालय में मामला लंबित है।
इस संबंध में तहसीलदार सुरेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि चकबंदी हुए आठ वर्ष बीत गया।जिस जमीन पर राजीव सिंह काबिज थे,छानबीन में उनकी नहीं ग्रामसभा की जमीन अभिलेखों में दर्ज है।लेखपाल ने राजीव सिंह के विरुद्ध122बी की रिपोर्ट दे दी है।अबैध ढंग से जमीन पर कब्जा करने के आरोप में दंडित किया जाएगा।
मीरजापुर से बृजेन्द्र दुबे की रिपोर्ट