आज़मगढ़ – अखिल विश्व गायत्री परिवार शान्तिकुंज हरिद्वार की स्थानीय शाखा गायत्री प्रज्ञा मण्डल श्रीरामपुरम रानी की सराय आजमगढ़ के तत्वाधान में आज जिला कारागार में निरूद्ध बन्दियों के अध्यात्मिक, मानसिक एवं नैतिक सुधार व विकास के उद्देश्य से प्रवचन, भजन, रूद्राभिषेक व रक्षा-बन्धन कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में गायत्री प्रज्ञा मण्डल की स्थानीय शाखा की संचालिका कमला शर्मा सहित उनके 8 महिला तथा 6 पुरूष सहयोगी भाई-बहनों ने भाग लिया।
गायत्री परिवार शाखा की संचालिका प्रवचनकर्ता श्रीमती कमला शर्मा ने अपने सम्बोधन में गायत्री मंत्र के बारे में विस्तृत प्रकाश डालते हुए कहा कि इसके नियमित अभ्यास से सद्बुद्धि आती है। शरीर के अन्दर की ऊर्जा जागृत होती है, शरीर निरोगी होता है, मन शान्त व तनाव मुक्त होता है तथा कहा कि मानव तन अनमोल है, बड़े भाग्य के कारण, अच्छे पुण्य से प्राप्त होता है, इसलिए इसे व्यर्थ न गवायें, इसका सदुपयोग मानवता सम्बन्धी सद्कार्यों में करे, विचार शुद्ध रखें, गलत विचार त्याग करें, गायत्री महामंत्र गंगा जल की तरह शुद्ध है। इस अवसर पर संस्था के विवेक एवं जतिन द्वारा भजन प्रस्तुत किया गया, अनुष्ठानपूर्वक रूद्राभिषेक किया गया। संस्था द्वारा बन्दियों व कारागार के अधिकारियों कर्मचारियों को राखी बांधी गयी तथा बुराईयों दुव्र्यवेशनों को त्यागने हेतु प्रेरित किया गया। बंदियों को पढ़ने हेतु अध्यात्मिक पुस्तक अखण्ड ज्योति निःशुल्क प्रदान की गयी।
अनिल कुमार गौतम जेल अधीक्षक ने अपने सम्बोधन में बन्दियों के कल्याणार्थ कार्यक्रम आयोजित करने हेतु गायत्री परिवार के प्रति आभार ज्ञापित किया तथा भविष्य में भी इसी तरह के सुधारात्मक कार्यक्रम का आयोजन करने का अनुरोध किया। इस अवसर पर कार्यक्रम में जेलर हरीश कुमार, डिप्टी जेलर अविनाश चैहान, ब्यासजी मिश्र, भोलानाथ अम्बेडकर, सुधाकर राव गौतम, शिक्षाध्यापक दिनेश कुमार मिश्र, हेड जेल वार्डर हरिकृष्ण सिंह सहित स्टाफ के अन्य कार्मिक भी उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-:राकेश वर्मा आजमगढ़