बरेली। कोरोना की धीमी रफ्तार के साथ गांव में विकास की रफ्तार पर जोर दिये जाने लगा है। पंचायती राज विभाग से दोवारा निर्वाचित हुए प्रधानों से उनके अनुभव शेयर किए जाने पर विचार किया जा रहा है। विकास की योजनाओं में शामिल किए जाने के साथ ही शासन से जारी किए गए वजट को सही कार्य में लगाने के लिए भी हिदायत दी जा रही है। जिले में 1193 ग्राम पंचायते है। पंचायत चुनाव मे इस बार 95 प्रधान ऐसे है जो दोवारा जीते है। गांव में विकास कराने का अनुभव है। शासन की मंशा के अनुसार आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए गांव के विकास पर जोर दिए जाने लगा है। गांव में विकास के साथ साथ लोगों को सरकारी योजनाओं से लाभान्वित कराने के लिए प्रधानों का सहयोग लिया जा रहा है। वहीं जो प्रधान पहली बार चुनाव जीते है उनको गांव में ही दोवारा जीतने वाले प्रधानों के साथ ग्राम पंचायत अधिकारी बीडीओ की उपस्थिति में उनको विकास कराने की पाठशाला का ज्ञान कराया जाएगा। साथ ही निष्पक्षता और ईमानदारी से विकास की रफ्तार के लिए ग्रामीणों की सुविधाओं पर भी जोर दिया जाएगा। गांव में सबसे पहले रोजगार उपलब्ध कराने के प्रयास किए जाएंगे, ताकि गांव से बेरोजगारों का पलायन रुक सके। श्रमिकों के लिए मनरेगा के माध्यम से अधिक से अधिक काम दिलाए जाएंगे, ताकि मजदूर महानगरों की ओर रुख न करे। पंचायती राज विभाग में नये पुराने प्रधानों का डाटा तैयार कर विकास की राह आसान करने पर विचार किया जा रहा है। डीपीआरओ धर्मेन्द्र कुमार ने सभी प्रधानों को निष्पक्ष और ईमानदारी से कार्य करने की अपील की है।।
बरेली से कपिल यादव