बरेली। प्रांतीय आवाहन पर उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के बैनर तले प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षा मित्रों के समस्याओं के समाधान के लिए शुक्रवार को डीएम की गैर मौजूदगी में सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा। छह सूत्रीय मांगों को पूरा करने की मांग मुख्यमंत्री से किया। चेताया कि मांगे पूरी न होने पर संगठन आंदोलन को विवश होगा। शिक्षामित्रों ने सेठ दामोदर स्वरूप पार्क में उपवास रखकर सिटी मजिस्ट्रेट को छह सूत्रीय ज्ञापन सौंपा। जिलाध्यक्ष डॉक्टर केपी सिंह ने कहा कि शिक्षामित्र लगभग 20 वर्षों से बेसिक शिक्षा में निष्ठा एवं ईमानदारी के साथ कार्य कर रहे हैं। शैक्षिक कार्यों के साथ पोलियो, बीएलओ, कोरोना में क्वारंटाइन सेंटर पर कोरोना योद्धा के रूप मे में पूर्ण भागीदारी दे रहे हैं। उन्होंने नौकरी को स्थाई करने की मांग किया। जिला महामंत्री कपिल यादव ने कहा कि उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा की अध्यक्षता में निर्मित हाई पावर कमेटी के रिपोर्ट को लागू किया जाए। नई शिक्षा नीति में शिक्षामित्रों को स्थायीकरण की व्यवस्था कर 62 साल 12 महीने सेवाकाल करते हुए प्रशिक्षित वेतनमान दिया जाए। प्रदेश में लगभग 3000 लोग समायोजन रद होने के उपरान्त अवसाद में मर चुके हैं। उनके परिवारों के लिए सरकार रोजी रोटी का प्रबन्ध करे। जिला संगठन मंत्री कुमुद केशव पांडे ने कहा कि शिक्षामित्रों की स्थिति बहुत ही दयनीय हो गई है। आज हम 19 वर्षों की सेवा के बाद अपने-अपने घर की जिम्मेदारियों तले दबे हुए है। समस्याओं से ग्रसित होकर कितने शिक्षामित्रों ने आत्महत्या कर लिए। प्रदेश सरकार से शिक्षामित्रों को बहुत उम्मीद है कि उनके समस्याओं का समाधान किया जाएगा। कार्यक्रम में जिला संगठन मंत्री कुमुद केशव पांडे, कपिल यादव, विनीत चौबे, भगवान सिंह यादव, विजय चौहान, हेत सिंह यादव, आसिम हुसैन, फरजंद अली, राजेश गंगवार, सत्यम गंगवार, सूरज मौर्य, संजू कटियार, रचना शर्मा, नूर वी, मुख्त्यार सिंह, सतीश पाराशरी, श्रीनिवास, मुकेश गोस्वामी, ओमपाल, फुरकान अहमद, सुरेंद्र पाल सिंह यादव सहित आदि शिक्षामित्र उपस्थित रहे।।
बरेली से कपिल यादव