बरेली/फतेहगंज पश्चिमी-मीरापुर गांव में शुक्रवार मस्जिद के मौलाना और गांव के ही दीपक में कहासुनी हो गई बात यह थी कि दीपक का आरोप है की गांव में ही एक कोचिंग सेंटर है बच्चे कोचिंग पड़ने आते जाते समय मौलाना रोड पर खड़े हो जाते हैं और बचते नहीं हैं शुक्रवार को भी वह बीच रोड पर खड़े थे मैं उधर से निकल रहा था तो मुझे देखकर कह रहे थे कि अभी तो हूटर बजबाया हैं थोड़े दिन बाद लाउडस्पीकर भी लगवा दिया जाएगा इसी बात को लेकर तर्क वितर्क शुरू हो गया और झगड़ा हो गया क्योंकि पहले हूटर रमजान के समय में ही बजता था लेकिन अब रोजाना अजान के समय बजता है। मुस्लिम समाज थाने पहुंच गया थाने में पुलिस ने समझौता कर दोनों पक्षों को घर भेज दिया लेकिन बीते रविवार को पुलिस तहकीकात करने शाम के समय गांव में पहुंचे तो वहां एक नया विवाद सामने आया मुस्लिम पक्ष ने 2013 का एक समझौता निकाल कर दिया कहा कि हिंदू पक्ष के कई लोगों के साइन थे उसमें लिखा था हूटर रोजाना अजान के समय बजेगा लेकिन जब हिन्दू लाउडस्पीकर बजायेंगे तो हम लोग भी बजायेंगे उसमें उस समय के मौजूदा लक्ष्मी प्रधान के साइन नहीं थे और उनका कहना है कि प्रधान के सामने ही यह समझौता हुआ था हिंदू पक्ष यह मानने को तैयार नहीं है।वह कह रहा है कि जब प्रधान के सामने समझौता हुआ है तो उनके भी साइन होने चाहिए यह समझौता फर्जी है।पुलिस ने दोनो पक्षों की बातें सुनी भी। फिर पुलिस सोमवार को दोनों पक्ष को थाने आने को कहा है। और जिस जिसके उस समझौते नामे पर हस्ताक्षर और अंगूठे लगे हुए हैं उसको चेक कराकर असली नकली प्रमाणित कर आगे कार्यबाही करेगी समझौते के समय गांव के तमाम लोग मौजूद रहे।
थाना प्रभारी गोविंद सिंह ने बताया कि वहां एक नया विवाद और खड़ा हो गया है लाउडस्पीकर के समझौते को लेकर एक पक्ष कह रहा है एक पक्ष फर्जी बता रहा है एक असली बता रहा है। लेकिन जो समझौता जो लिखा है उसमे गांव के कई लोगों के हस्ताक्षर व अंगूठे लगे हैं। उन्हें चेक करा कर प्रमाणित किया जाएगा कि उनके हस्ताक्षर व अंगूठे सही है या नहीं अधिकारियों के संज्ञान में लेकर उचित कार्यवाही की जायेगी और मामला निपटा दिया जायेगा।
– बरेली से सौरभ पाठक की रिपोर्ट