बरेली। मंगलवार की सुबह भीषण गर्मी के चलते चार होमगार्ड की तबीयत खराब हो गई। साथियों की मदद से दोनों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। चारो होमगार्ड जिला अस्पताल की इमरजेंसी वार्ड में भर्ती हैं। जहां उपचार चल रहा हैं। फिलहाल हालत नाजुक बनी हुई है। मानसून हावी होने से भले गर्मी से हल्की राहत मिली हो लेकिन चौराहों पर तैनात होमगार्डों की हालत बिगड़ रही है। मंगलवार को जिला अस्पताल में गंभीर हालत में चार होमगार्ड भर्ती हुए। आरोप है कि 15-20 दिनों से भीषण गर्मी में बगैर किसी सुविधा के लगातार ड्यूटी जारी है। लिहाजा, उनकी हालत बिगड़ी। साथियों की मदद से इन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जिला अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. राहुल बाजपेई के मुताबिक दो होमगार्ड सोमवार को और दो मंगलवार को भर्ती हुए। इनमें से एक होमगार्ड की तबियत मे सुधार होने पर उसे डिस्चार्ज कर दिया है। थाना भमोरा क्षेत्र के गांव भानपुर के रहने वाले 45 वर्षीय रमेश होमगार्ड ने बताया बरेली में पुलिस लाइन जीआरएम स्कूल के पास ड्यूटी लगी थी। वहीं दूसरे साथी कैंट थाना क्षेत्र के चनहेटी के रहने वाले 50 वर्षीय राम प्रताप की ड्यूटी बिहारीपुर ढाल के पास लगी थी। तभी अचानक दोनों लोगों की भीषण गर्मी से तबीयत बिगड़ गई। जिससे चलते होमगार्ड साथियों की मदद से दोनों होमगार्ड को जिला अस्पताल लाया गया। जहां इमरजेंसी में उन्हें दिखाया गया। दोनों होमगार्ड की हीट स्ट्रोक से तबीयत बिगड़ी है। जिसके चलते डॉक्टर ने दोनों होमगार्ड को इमरजेंसी वार्ड में भर्ती किया है। जहां उनका उपचार चल रहा है। होमगार्ड ने परिवार के लोगों को सूचना दे दी है। वही अपने आला अधिकारियों को तबीयत खराब के बारे मे बता दिया है। घंटाघर के पास होमगार्ड वीरेश उपाध्याय की ड्यूटी थी। उनका कहना था कि उनकी ड्यूटी एक चौराहे पर 15-15 दिन तक लगा दी जाती है। कई जगह सीधी धूप पड़ती है। छांव का कोई इंतजाम नही और न ही पेयजल का। अफसर ध्यान नही देते है। शिकायत पर सुनवाई नही होती।।
बरेली से कपिल यादव