बरेली। राशन वितरण प्रणाली में लंबे समय से अनियमितता सामने आती रही है। आए दिन हो रही शिकायतों पर विराम लगाने व पात्रों को उनका हक दिलाने के उद्देश्य से शासन ने ई-पोस मशीन से राशन वितरण कराने की योजना बनाई। अब लाभार्थियों के यह मशीन ही मुसीबत बन रही है। यह व्यवस्था से कोटेदारों व उपभोक्ताओं के लिए ही मुसीबत साबित हो रही है। मशीन से कभी फिंगर प्रिंट नहीं मिलता, तो कभी नेटवर्क बड़ी बाधा बन रहा है। तो ई-पोस मशीन की बैटरी जल्दी डिस्चार्ज होना एक बड़ी समस्या है। शहर से लेकर देहात तक अधिकांश राशन की दुकानों पर ई पोस मशीन से राशन वितरण किया जाता है लेकिन अब इन मशीनों की न तो बैटरी ही साथ दे रही है और न ही नेटवर्क। जिसके कारण राशन डीलरों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान के कोटेदार प्रमोद कुमार का कहना है कि सरकार ने सुबह 7 बजे से रात्रि 9 बजे तक राशन की दुकानों पर राशन वितरण के निर्देश दिए हैं लेकिन ई-पोस मशीनों में दिक्कत के चलते डीलरों को भारी परेशानी हो रही है। जिसके कारण दुकानों पर राशन लेने वालों की भीड़ लग जाती है। उनका मानना है यदि मशीनों मे आई दिक्कत को दूर नहीं किया गया तो राशन डीलरों को राशन बांटने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। अन्य कोटेदारों का कहना है कि ई-पोस मशीन पर अंगूठा लगाने के लिए कई लोगों को तीन से चार बार ट्राई करने के बाद मशीन लॉक हो जाती है। फिर 1 घंटे बाद उस व्यक्ति का अंगूठा मशीन लेती है जबकि अधिकांश लोगों ने अपना आधार कार्ड अपडेट नहीं कराया है। जब उनसे अपडेट कराने को कहो तो वह मशीन के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाते है। इसके अलावा ई-पोस मशीन की सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि बैटरी पुरानी होने की वजह से जल्दी डिस्चार्ज हो जाती है। जिससे बार-बार चार्ज करना पड़ता है। विभाग से नई मशीन उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है। मगर अभी तक इस पर गौर नहीं किया गया है। जिला पूर्ति अधिकारी सीमा त्रिपाठी ने बताया कि ई-पोस मशीनों की बैटरी जल्दी डिस्चार्ज होने की शिकायतें काफी आ रही है। जिन्हें वापस मंगाने की व्यवस्था की जा रही है। ताकि जल्द से जल्द ही ई-पोस मशीनों की बैटरी बदली जा सके।।
बरेली से कपिल यादव