आजमगढ- गन्ना किसानों की समस्या को लेकर समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल मंडलायुक्त से मिलकर 10 सुत्रीय समस्याओं के समाधान के लिए माॅग-पत्र दिया। प्रतिनिधिमंडल ने इस बात पर भी जोर दिया कि यदि अविलम्ब किसानों की समस्याओं का समयवद्ध निस्तारण नहीं हुआ तो समाजवादी पार्टी धरना-प्रदर्शन व आन्दोलन के लिए बाध्य होगी।
इस दौरान उन्होंने कहा कि माॅग पत्र में गन्ना किसानों को पर्चियां नहीं मिल रही है। बड़े पैमाने पर मिल के अधिकारियों, कर्मचारियों व विचैलिए, धन्धेबाजों की मिलीभगत के कारण बोने वाले किसानों के गन्ने का पड़ताल नहीं हुआ है। जिन लोगों के पास गन्ना नहीं बोई गयी है उनके परिवार के तमाम लोगों की फर्जी पड़ताल के माध्यम से पर्चियां बन गयी है। बोने वाले किसानों की पेड़ी की गन्ना अभी तक नहीं ली गयी। जिससे किसान गेहूॅ की बुआई कर सके। कांटों तथा मिल पर बड़े पैमाने पर घटतौली के कारण किसानों का भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है। गन्दे पानी को साफ करने के लिए अखिलेश यादव की सरकार में ही ईटीपी मशीन लगी थी लेकिन मिल अधिकारियों की लापरवाही से अगल-बगल के लोग भयंकर बिमारी झेलने को मजबूर हैं। गन्ना किसानों को 14 दिन पर भुगतान की बात करने वाली वर्तमान सरकार में अभी किसानों का पिछला भुगतान ही नहीं हुआ तथा वर्तमान में भी नहीं हो रहा है। अवारा पशुओं के लिए सरकार व्यवस्था की झूठी बातें करती है। प्रतिनिधिमण्डल में जिलाध्यक्ष हवलदार यादव, पूर्व मंत्री व विधायक दुर्गा प्रसाद यादव, गोपालपुर विधायक नफीस अहमद, पूर्व सांसद रमाकान्त यादव, पूर्व मंत्री वसीम अहमद, पूर्व एमएलसी कमला प्रसाद यादव, पूर्व जिलाध्यक्ष अखिलेश यादव, हरिप्रसाद दूबे, जिला पंचायत सदस्य रामप्रवेश यादव, आशा यादव, प्रेमा यादव, डा.हरिराम सिंह यादव,श्यामदेव चौहान आदि थे।
रिपोर्टर:-राकेश वर्मा आजमगढ़