वाराणसी- वाराणसी शहर के चेतगंज थानाक्षेत्र के कालीमहाल इलाके में सुबह ही बदमाशों ने पति -पत्नी की गोली मारकर हत्या कर सनसनी फैला दी। गोली की आवाज़ सुनकर आसपास के लोग दौड़े तब तक हमलावर फरार हो चुके थे। मृतक कृष्ण कुमार उपाध्याय पिशाचमोचन कुंड पर धार्मिक अनुष्ठानों से सम्बंधित गद्दी चलाते थे। जानकारी के अनुसार उनका अपने छोटे भाई से संपत्ति के बटवारे को लेकर विवाद भी चल रहा था।
फिलहाल वाराणसी पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वही डबल मर्डर की सूचना मिलने के बाद मौके पर वाराणसी एडीजी जोन बृजभूषण और जिलाधिकारी सुरेंद्र सिंह,एसएसपी आंनद कुलकर्णी, एसपी सिटी दिनेश सिंह सहित कई थाने की फोर्स मौके पर पहुंच गयी वही एडीजी बृजभूषण ने मृतक के पुत्र से घटना के सम्बन्ध में जानकारी ले रहे हैं। बता दें कि चेतगंज थाना क्षेत्र के कालीमहाल इलाके में रहने वाले कृष्ण कुमार उपाध्याय व उनकी पत्नी की सुबह गोली मारकर हत्या कर दी गयी। कृष्ण कुमार को मकान के सामने गली में हमलावरों ने गोली मारी और उनकी पत्नी को घर मे घुसकर गोली मारी दी घटना के बाद दोनों की मौके पर मौत हो गयी। गोली की आवाज़ सुनकर आस पास के रहने वाले लोग पहुंचे तो गली में कृष्ण कुमार मृत देख सहम गए।
स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर आईजी विजय सिंह मीणा,एसएसपी आनंद कुलकर्णी और एसपी सिटी दिनेश सिंह भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए।और निरीक्षण के बाद घटना के सम्बंध में जानकारी ली।
इस संबंध में एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने बताया कि कृष्ण कुमार उपाध्याय जो कि पिशाचमोचन कुंड पर धार्मिक कार्यों की दुकान चलाते हैं। वो और उनके छोटे भाई राजेन्द्र उपाध्याय एक ही मकान में आमने सामने रहते हैं। जानकारी के अनुसार दोनो भाइयों के बीच प्रापर्टी के साथ साथ दुकान को लेकर भी पुराना विवाद था जिसका कई बार स्थानीय पुलिस ने किया था।
वहीं जब एसएसपी से पूछा गया कि स्थानीय लोगों का कहना है कि छोटे भाई ने ही अपने भाई और भाभी को गोली मारी है तो एसएसपी ने कहा कि जांच की जा रही है। जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।
*और जब एसएसपी के सामने आपा खो बैठा मृतक का बेटा*
डबल मर्डर से जहां माहौल गमगीन था वहीं मृतक के बेटे को पुलिस की शिथिलता का मलाल भी खल रहा था। मृतक का बेटा सुमित उस समय आपा खो बैठा जब एसएसपी ने उससे पूछ दिया कि आप ने कभी पुलिस को बताया इस मामले को तब सुमित ने बताया कि कई बार असलहा होने की जानकारी मैंने खुद लल्लापुरा चौकी इंचार्ज की दी और यहां तक की कल शाम को भी असलहा होने की जानकारी चौकी इंचार्ज को दी थी पर उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की और उन्ही के कारण आज मेरे माता- पिता इस दुनिया में नहीं हैं।
मृतक का बेटा इस डबल मर्डर का चश्मदीद भी है। हत्या के आरोपी उसके चाचा और उनके बेटे ने सुमित के सामने ही उसके माता-पिता को मौत के घाट उतारा। सुमित ने बताया कि मै और पिता जी घाट जाने के लिए निकले थे गली में जैसे ही आये तो लगा की कुछ लोग पीछे हैं। देखा तो चाचा और उनके बेटे के साथ अन्य लोग और चाची भी थीं। ये लोग मुझे देख हॉस्टल में घुस गये जहां वह लोग रहते हैं। वहां उन्होंने मेरे सामने पिस्टल लोड की। मैंने देखा तो पिता जी को नीचे छोड़ में आकर मम्मी को बता ही रहा था कि गोली की आवाज़ आयी। देखा तो पिता जी को उन्होंने गोली मार दी थी
उसके बाद मम्मी को भी गोली मार दी और मौके से फरार हो गए। मृतक का बेटा सुमित उपाध्याय ने आरोप लगाते हुए कहा कि मैंने कल ही चाचा के हाथ में असलहा देखा था। उसने कल ही धमकी भी दी थी की मार देंगे सबको। हमने इसपर लल्लापुरा चौकी इंचार्ज फोन किया कि इसके पास असलहा है ये हमारे मम्मी पापा को और हमें मार देगा पर इसने हमारी एक नहीं सुनी और आज वही हुआ।
रिपोर्टर:-महेश पाण्डेय