वाराणसी/पिंडरा- भूमिहीनों-गृहविहीनों का राष्ट्रीय रजिस्टर बनाने तथा हाउसिंग राईट को मौलिक अधिकार बनाने को लेकर मंगलवार को देशव्यापी मांग दिवस के तहत अखिल भारतीय खेत मजदूर संघ के बैनर तले विकास खण्ड मुख्यालय पिंडरा पर धरना दिया और ज्ञापन सौंपा।
राष्ट्रपति को संबोधित पत्रक में संघ ने आरोप लगाया कि आजादी के 72 साल गुजर जाने के बाद भी दलित-गरीबों की बड़ी आबादी भूमिहीन और गृहविहीन हैं। लाखों दलित-गरीब परिवार हैं जो जमींदारी व्यवस्था में बंधुआ मजदूर के बतौर बसाए गए थे।
दलित-गरीबों को 5 डिसमिल आवासीय भूखंड दिए जाने अथवा ऐसी अन्य सरकारी योजनाएं पूरे देश में निष्प्रभावी बना दी गई हैं।
ऐसी स्थिति में देश में एक सक्षम आवासीय कानून की जरूरत है जिसे संवैधानिक अधिकार का दर्जा हासिल हो। इसलिए जो लोग जहां बसे हैं, उनके आधार पर राष्ट्रीय आवास नीति बने जिसे संवैधानिक मौलिक अधिकार का दर्जा हासिल हो। दलित-गरीबों और मजदूर बस्तियों-झुग्गियों को नियमित और अधिकृत किया जाए तथा इसके पुनरूद्धार का विशेष अभियान चलाए जाएं समेत अपने 7 सूत्रीय मांगों को बीडीओ को सौंपा।
इस दौरान मजदूर संघ के राष्ट्रीय पार्षद अमरनाथ राजभर,दधिबल यादव,लालमन वनवासी, विद्या देवी,राधा, अलगू राम, भोलेनाथ मौर्य, वीरेंद्र कुमार, चंद्रकला, अमरावती व संजय कुमार समेत अनेक लोग रहे।
रिपोर्टर-:महेश पाण्डेय नेशनल हेड(AV News)