बरेली। खेत के बंटवारे को लेकर रविवार की सुबह भांजे ने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर मामा की गोली मारकर हत्या कर दी। बिथरी पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है। हत्यारोपी घरों से फरार हैं। बिथरी चैनपुर में बिहारीपुर गांव के रहने वाले साधू गिरी के 6 बीघा खेत में भतीजे सुरेंद्र ने गन्ना लगाया था। बंटवारे को लेकर उनमें विवाद हो गया। जिस पर सुरेंद्र ने खेत में गन्ना जोत दिया। साधू गिरी की पत्नी माया ने इसका विरोध किया। जिस पर सुरेंद्र उनके पिता शिशुपाल व अन्य लोगों ने माया देवी की पिटाई लगा दी। माया के भाई वीरपाल गिरी ने इसका विरोध किया। जिस पर दोनों पक्षों की ओर से कहासुनी हो गई। रविवार को वीरपाल गिरी बीड़ी लेने के लिए दुकान पर गए थे। वहां पहले से मौजूद सुरेंद्र उनके साथियों ने ताबड़तोड़ तमंचे से फायर किए। एक गोली वीरपाल के सिर में लगी। उनकी मौके पर ही मौत हो गई। हमलावर वहां से फरार हो गए। सूचना पर एसपी सिटी और थाना पुलिस वहां पहुंच गई। गांव वालों से पूछताछ की जा रही है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
लॉकडाउन में हो चुकी दर्जनभर हत्या की वारदातें
लॉकडाउन में एक महीने के अंदर दर्जन भर से ज्यादा हत्या की वारदात हो चुकी हैं। तीन दिन पहले इज्जतनगर में पति ने महिला की पीट-पीटकर हत्या कर दी। शुक्रवार रात को पति ने भुता में पत्नी की गोली मारकर हत्या की। 24 घंटे बाद बिथरी में भांजे ने मामा की गोली मारकर हत्या कर दी।
बिथरी पुलिस की लापरवाही से हुई हत्या
तीन दिन पहले शिशुपाल और साधु गिरी में विवाद हुआ था। जिस पर सुरेंद्र उनके पिता शिशुपाल ने साधु की पत्नी माया की जमकर लाठी डंडों से पिटाई लगाई थी। इसकी शिकायत थाना पुलिस से की। पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। एक दरोगा मौके पर पहुंचे। उन्होंने हमलावरों से दस हजार ले लिए। मुकदमा दर्ज नहीं किया। जिस वजह से मामला बढ़ता गया और हमलावरों ने वीरपाल की हत्या कर दी।।
बरेली से कपिल यादव