राजस्थान/बाड़मेर- कहते हैं जिसका कोई नहीं उसका ऊपर वाला होता है वैसे ही दो गरीब परिवारों के युवा जो अपनी जिंदगी इस कलयुगी मझधार में ढो रहे थे लेकिन विकास के नाम पर विनाश की उन्हें सौगात मिलीं,दो परिवारों के युवाओं की अकाल मृत्यु ने ग्रामीणों को झकझोर दिया। गाँव के लोगों ने कम्पनी के गेट पर धरना प्रदर्शन भी किया लेकिन निजी स्वार्थ के साथ ही औधोगिक घरानों की हठधर्मिता के कारण कोई समाधान नहीं हुआ। आखिरकार भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष और कर्मठ नेता स्वरूप सिंह खारा ने मोर्चा सम्भालते ही कम्पनी वालो ने मांगें स्वीकार करते हुए दिवंगत कार्मिकों के परिजनों को दस लाख रुपये की आर्थिक सहायता तथा दो परिजनों को रोजगार उपलब्ध कराने पर सहमति बनी साथ ही धरना प्रदर्शन को भी उठा दिया।
स्मरण रहे की जैसलमेर जिले के बईया गाँव में अडानी सोलर प्लांट्स में कार्यरत विक्रमसिंह रावणा राजपूत झिनझिनयाली और मोतीसिंह भाटी बईया का जून महिने में कंपनीयों की गाड़ी से सड़क हादसे में असामयिक निधन हो गया था। इस दर्दनाक घटना के बाद से परिजनों को उचित मुआवज़ा न मिलने पर ग्रामीणों और समाज के मौजिज़ लोगों द्वारा लगातार धरना प्रदर्शन किया जा रहा था। लंबे समय से चल रहे इस धरने का आज समाधान निकला।भाजपा नेता स्वरूपसिंह खारा और अन्य जनप्रतिनिधियों के अथक प्रयासों व सहयोग से कंपनी प्रबंधन के साथ वार्ता हुई, जिसमें दिवंगत कार्मिकों के परिजनों को दस लाख रुपये की आर्थिक सहायता तथा दो परिजनों को रोजगार उपलब्ध कराने पर सहमति बनी।
ग्रामीणों और परिजनों ने इस निर्णय को संघर्ष और समाज की एकजुटता की जीत बताया। उन्होंने कहा कि यह कदम दिवंगत परिवारों के आंसुओं को कुछ हद तक सहारा देने वाला साबित होगा। हालाँकि, लोगों ने कंपनी प्रबंधन से भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो उसे रोकने के लिए ठोस सुरक्षा उपाय सुनिश्चित करने की भी माँग की है।
– राजस्थान से राजूचारण