आजमगढ- जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के चक लालचंद निवासी मनोज कुमार यादव पुत्र रमाशंकर यादव यूनियन बैंक हरैया का खाता धारक है जिसके खाते से 5 अगस्त से लेकर 18 अगस्त के बीच में 9 बार में कुल 1लाख 24 हज़ार हजार रुपए निकाल कर अन्य बैंको के खाते में ट्रांसफर कर दिया गया। पीड़ित के एक माह तक थाने का चक्कर काटने के बाद भी सुनवाई न होने पर जीयनपुर कोतवाली में डीआईजी कप्तान के आदेश के बाद अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। पीड़ित के अनुसार 5 अगस्त को महेंद्रा कोटक बैंक में 25000, 12 अगस्त को आईसीआई बैंक को 10000, 14 अगस्त को बड़ौदा बैंक को 25000, 15 अगस्त को दो बार मे बैक आफ बड़ौदा गुजरात को 3000 रु, 27000 रुपये, 16 अगस्त को महेंद्रा कोटक चेन्नई को तीन बार मे 4000 रुपये, 300 रुपये, 15000 रुपये और 18 अगस्त को बैंक पास बुक प्रिंट करने के बाद 28000 रुपये बैंक आफ बड़ौदा गुजरात में ट्रांसफर कर दिया गया। पहले ट्रांजेक्शन के बाद ही जब मोबाइल पर जानकारी मिली तो काल सेंटर में काल किया तो जवाब मिला कि नेटवर्क समस्या से ऐसा हो रहा है। पर उसके पिता रमाशंकर, जो कि रेलवे के कर्मचारी हैं उन्होंने जब बैक हरैया में पासबुक प्रिंट कराया तो 28000 रुपये थे पर शाम को वह भी गायब हो गए। जबकि मनोज कोलकाता में प्राइवेट कंपनी मद क्रेन आपरेटर है। जब पुलिस के यहाँ गया और जानकारी दी तो आरोप है कि पुलिस ने डॉट कर भगा दिया कि साइबर क्राइम आजमगढ जाओ तब से भटकते भटकते डीआइजी और कप्तान से मिला तो मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया गया तब जीयनपुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया और जांच में जुट गई।
रिपोर्ट-:राकेश वर्मा आजमगढ़