*एडीएम हरदोई ने बाल श्रम अधिकारी को दिए जांच के आदेश
हरदोई -जिनके जिम्मे नौनिहालों का भविष्य है, वही इन मासूमों के भविष्य को अनदेखा कर रहे हैं। तस्वीरें हरदोई जिले के हरपालपुर ब्लाक संसाधन केंद्र की हैं, यहां पर निष्ठा कार्यक्रम चल रहा है, हालांकि कार्यक्रम का उद्देश्य भले ही शैक्षणिक गुणवत्ता व बच्चों के बेहतर भविष्य पर केंद्रित है, किंतु जिम्मेदारों का उद्देश्य महज बजट चट करना ही है। यही वजह है कि निष्ठा कार्यक्रम में भोजन का प्रबंध मासूम बच्चों के जिम्मे है। हलवाई के साथ काम कर रहे बच्चे बेशक बालश्रम की श्रेणी में भी आते हैं, पर ये गैरकानूनी कार्य बेसिक शिक्षा विभाग के जिम्मेदारों द्वारा ही कराया जा रहा है। ऐसे देश के नौनिहालों के बेहतर भविष्य की कल्पना कैसे की जा सकती है।
इस सम्बंध में जब एडीएम संजय कुमार सिंह ने बीईओ हरपालपुर सोमनाथ विश्वकर्मा से जवाब मांगा तो उन्होंने गैरजिम्मेदाराना बयान देते हुए बताया कि ये बच्चे स्कूली बच्चे नही है। अब सवाल ये उठता है कि अगर स्कूली बच्चे नही हैं तो उनका दाखिल क्यों नही कराया गया। इस तरहं की लापरवाही सर्व शिक्षा अभियान के नियमों के विरुद्ध है। इसके अलावा कम उम्र के बच्चों से खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा बालश्रम क्यों कराया जा रहा है। हालांकि एडीएम ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सहायक श्रमायुक्त को मामले की जांच के लिए निर्देशित कर दिया है।
– हरदोई से आशीष सिंह