*तीसरी शादी से नाराज व भरण पोषण का खर्च न देने से खफा पत्नी ने उठाया कदम।
कुशीनगर – जिला एवं सत्र न्यायालय के गेट से एक महिला अपने ही पति का कॉलर पकड़कर पास के ही रवींद्र नगर पुलिस चौकी ले पहुँची।महिला अपने पति के तीसरी शादी से नाराज थी जिसका नतीजा हुआ कि अपने ही पति का कॉलर पकड़ पुलिस चौकी ले जाना पड़ा।
पीड़ित महिला खुशबू के अनुसार उसकी शादी सरदार पटेल नगर निकट राधा कृष्ण मंदिर वार्ड नंबर 25 कसेरा टोली पडरौना निवासी दुर्गेश मोदनवाल से 8 वर्ष पूर्व में हुई थी ।
महिला की शादी उसके पति की पहली पत्नी के मर जाने के बाद हुई।जब महिला से एक बच्ची हुई और वह दो माह की थी तभी उसके पति दुर्गेश ने एक और शादी कर ली ।जिसके बाद से उसके पति द्वारा उसे मारा पीटा जाने लगा जिससे उक्त महिला ने उसका घर छोड़ मायके रहने लगी और उसके ऊपर कोर्ट में अपने व अपने बच्ची के भरण पोषण के लिए केस कर दिया।कुछ महीने पहले महिला को भरण पोषण के लिए पैसा देने के लिए फैसला आया लेकिन उसके पति द्वारा उसे नही दिया गया और वह घर छोड़ फरार हो गया ।महिला के केस में बीते 25 अगस्त को फिर फैसला आया कि उसे पति द्वारा भरण पोषण का खर्च दिया जाए ।और धारा 128 सीजेपीसी के अपराध में आरोपित है उसकी गिरफ्तारी कर कोर्ट में पेशी की जाय।महिला द्वारा दो दिन पूर्व कोतवाली में पकड़कर पति को सौंपा गया था लेकिन उसे वहा से यह कहकर छोड़ दिया गया कि पुराने वारंट पर हम जेल नही भेज सकते ।नया वारंट लाइये ।किसी कारण बस कोर्ट 26 अगस्त को बंद था जिस वजह से नए वारंट की कॉपी और भरण पोषण के फैसले की कॉपी नही मिल पाई ।27 अगस्त यानी गुरुवार को जब पीड़ित महिला को कॉपी मिली तो वह कोतवाली लेकर जाने के लिए निकली थी कि जमानत के लिए महिला का पति कोर्ट पहुँचा लेकिन कोर्ट की कार्यवाही का समय समाप्त होने की वजह से जमानत नही मिला।इधर महिला पति को कोर्ट जाते देख गेट पर ही रुक गयी जैसे ही वह बाहर निकला महिला ने अपने पति का कॉलर पकड़ कर खिंचते हुए पुलिस चौकी ले जाने लगी ।उसके पति के तरफ से केस देख रहे वकील से और महिला से काफी तू-तू मैं -मैं भी हुई लेकिन महिला ने अपने पति का कॉलर नही छोड़ा और स्थानीय पुलिस चौकी पहुँच गयी और मौजूद पुलिस कर्मियों से कोतवाली पडरौना व जेल भेजने की बात कह वही बैठ गयी। समाचार लिखे जाने तक पति को जेल भिजवाने के लिए महिला पुलिस चौकी पर डटी रही।
– कुशीनगर से वंदना पाण्डेय