बरेली। कोरोना की दूसरी लहर मे भी स्कूल बंद है। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई भी पिछड़ती जा रही है। स्कूलों के बंद होने कारण ऑनलाइन पढ़ाई कराई जा रही है जो अभिभावक ऑनलाइन पढ़ाई नहीं करा सकते तो अभिभावकों ने बच्चों की पढ़ाई पूरी कराने के लिए होम टयूशन का सहारा लिया है। होम ट्यूशन कही संक्रमण घर न पहुंच जाए। इसलिए अभिभावक अभी बच्चों को होम टयूशन के लिए न भेजे तो ज्यादा बेहतर रहेगा। क्योंकि इन दिनों माहौल ठीक भी नही है। ऐसे मे को होम ट्यूशन और घर पर टयूटर के आने में भी बड़ा खतरा है। हालांकि कई स्कूलों के शिक्षकों ने खुद ही टयूशन के लिए आने से मना कर दिया है लेकिन कॉलोनियों , गली मोहल्लों में लोग टाइम पास के लिए आस पड़ोस के बच्चों को टयूशन दे रहे है। वहीं दूसरी ओर स्वास्थ विभाग के अधिकारी भी लगातार लोगों से घर से बाहर न निकलने की अपील कर रहे है। सबसे ज्यादा खतरा छोटे बगाों और बुजूर्ग लोगों के साथ है। कोरोना संक्रमण क्या है और कैसे तेजी से फैलता जा रहा है। ये कैसे फैल रहा है। इस बारे मे छोटे बच्चों को समझ नही है। छोटे बच्चों को अभिभावकों को समझा होना और बार बार हाथ धोने के लिए प्रेरित करना होगा। यदि टयूशन के लिए जाते है तो बाकि बच्चों के साथ मिलकर शैतानियां भी करेंगे। और आते जाते भी बच्चों को संक्रमण अपनी चपेट में ले सकता है। यदि माता पिता किसी कारण से अपनी गाड़ी से बाहर आते जाते है घर पर गाडियो को बच्चे छूते है तो इनको भी संक्रमण लग सकता है। ऐसे में बच्चों को संकमण से बचाने के लिए गाडियो को बार बार सैनेटाइज करना भी बेहद जरूरी है।।
बरेली से कपिल यादव