बरेली। घड़ी ने जैसे ही रात के नौ बजाए, लोगों के घरों की बत्तियां बुझ गईं। एकाएक घर घर छतों पर रखे तेल के दीपक टिमटिमाते दिखाई देने लगे। कहीं कहीं मोमबत्ती की श्रृंखला भी नजर आई। क्या हिन्दू और क्या मुसलमान। ये टिमटिमाते दिए सभी धर्मों के बीच भेदभाव को मिटाने की भूमिका निभाते नजर आ रहे थे। ऐसा पूरा नजारा उत्तर प्रदेश के बरेली, शाहजहांपुर में नजर आ रहा था। कोरोना वायरस की चुनौतियों और देश में लॉकडाउन के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अपील पर देशवासियों सहित बरेली वासियो ने रात 9 बजे अपने-अपने घरों के बाहर या बालकनी में दीप जलाए। पीएम मोदी की अपील पर लोगों ने अपनों घरों की लाइट को बंद रखा और किसी ने दीप जलाए तो किसी ने मोबाइल की फ्लैश लाइट जलाई। नजारा देखकर ऐसा लग रहा था जैसे रात दिवाली का महोत्सव हो। इस मौके पर बरेली वासियो व युवती पिंकी यादव ने दीप जलाए। रविवार रात नौ बजे नौ मिनट तक सभी घरों की लाइटें बुझाकर सिर्फ दिए और मोमबत्ती से घरों को रोशन करने के प्रधानमंत्री के आह्वान का असर घर घर नजर आया। छतों पर महिलाएं और बच्चे पूरे मोहल्ले के नजारा लेते दिखे। ये आलम जनपद के सभी शहरों के वार्डों और मोहल्लों के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में व्यापक तौर पर नजर आया। पीएम ने कहा था कि आप लोग उन लोगों के प्रति कृतज्ञता जताएं, जो कोरोना से बचाने में हमें लगे हैं। पीएम की इस अपील के बाद जनता-कर्फ्यू के दिन 22 मार्च को शाम पांच बजे लोग अपने घरों और बालकनी-खिड़कियों के सामने खड़े होकर ताली और थाली बजाई थी। पीएम मोदी ने कहा था कि 22 मार्च को हमारा यह प्रयास, हमारा आत्म संयम, देश हित में कर्तव्य पालन के संकल्प का एक मजबूत प्रतीक होगा। पीएम मोदी ने कहा था कि जब प्रथम विश्व युद्ध हुआ था तब भी इतने देश युद्ध से प्रभावित नहीं हुए थे जितने आज कोरोना की इस बीमारी से हैं। पिछले दो महीने से हमन निरंतर दुनिया भर से आ रहे कोरोना वायरस से जुड़ी चिंता जनक जुड़ी खबरे देख और सुन रहे हैं। इन दो महीनों में भारत के 130 करोड़ नागरिकों ने कोरोना जैसी महामारी का डट का मुकाबला किया है। सभी ने आवश्यक सावधानी बरतने का भरसक प्रयास भी किया है।।
– बरेली से कपिल यादव