बरेली। कोरोना संक्रमण के मद्देनजर पतंगबाजी पर पूरी तरह से रोक लगी हुई है जबकि कोरोना संक्रमण के आंकड़े लगातार बढ़ रहे हैं। इसके बाद भी पतंगबाजी जमकर की जा रही है जो काफी घातक साबित हो सकती है। चूंकि पतंग और मांझा के जरिए कोरोना वायरस भी फैल सकता है। ऐसे में पुलिस प्रशासन की बड़ी लापरवाही लोगों को मुसीबत में डाल सकती है लेकिन इस ओर पुलिस प्रशासन पूरी तरह आंखें मूंद कर बैठा हुआ है।अब तो पतंग-डोर में भी कोरोना संक्रमण का डर सता रहा है। अनलॉक टू में शहर व देहात में कई युवक मकान की छत पर पतंग उड़ाते देखे जा सकते हैं। लोगों को आशंका है कि पतंग की डोर से संक्रमण फैल सकता है। पतंग एवं उसकी डोर को छूना सेहत के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है। कोरोना संक्रमित यदि पतंग की डोर को छुएगा तो दूसरे के कोरोना हो सकता है। चिकित्सकों की मानें तो वर्तमान माहौल में पतंगबाजी से बचना होगा। कोरोना पता नहीं किस रूप में आप तक पहुंच जाए। चिकित्सकों ने माना है कि अगर कोई संक्रमित व्यक्ति पतंग उड़ाता है तो उसका संक्रमण पतंग पर भी आ जाता है। ऐसे में संक्रमित की पतंग कटने की स्थिति में पतंग को लूटने वाले व्यक्ति तक आसानी से संक्रमण पहुंच जाएगा। यही नहीं संक्रमित की सद्दी और माझा से भी कोरोना संक्रमण फैल सकता है। हाल ही में जिले में कोरोना के मरीज काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। इसके बाद भी पुलिस प्रशासन पतंगबाजी को हल्के में ले रहा है। यही नहीं पाबंदी के बाद पतंग के रेट दो गुना से तीन गुना तक हो गए हैं। तीन चार रुपए में मिलने वाली पतंग अब 10 रुपये में बिक रही है। पतंग के साथ माझा और सद्दी के रेट बढ़ गए हैं। चाइना से कोई सामान न आ पाने की वजह से मौजूदा समय में चाइनीज मांझा भी ब्लैक हो रहा है।
पतंगबाजी में लग रहा है मोटा पैसा
पतंगबाजी पर मोटा पैसा लगाया जा रहा है। मनोरंजन की आड़ में जुआरियों ने उसे अपना धंधा बना लिया है। हर एक पेच पर कई कई हजारों की बाजी लग रही है। इसकी जानकारी पुलिस प्रशासन को भी है। बावजूद इसके पुलिस को गंभीरता से नहीं ले रही है।।
बरेली से कपिल यादव