मीरगंज, बरेली। एसडीएम ने आपूर्ति निरीक्षक पर लगे आरोपों की जांच निस्तारण करने के लिए शिकायत करने वाले कोटेदारों को नोटिस देकर अपना पक्ष रखने का निर्देश दिया। मंगलवार को तहसील में हुई कोटेदारों की बैठक में शिकायत करने वाले अधिकांश कोटेदार ने एआरओ के समक्ष शिकायत करने से मुकर गए। इन कोटेदारों ने शिकायत न करने की बात कही। उन्होने कहा उनके पास साक्ष्य नही हैं। मीरगंज तहसील क्षेत्र के ब्लाक शेरगढ़ के कोटेदारों ने गत दिनों आपूर्ति निरीक्षक पर गंभीर आरोप लगाकर मुख्यमंत्री और उच्चाधिकारियों से शिकायत की थी। आरोपों से घिरे आपूर्ति निरीक्षक अब मीरगंज तहसील में नहीं हैं। उनका तबादला हो चुका है। डीएम के निर्देश पर एसडीएम इस मामले की जांच कर रहे हैं। एसडीएम ने गत दिनों शिकायत करने वाले कोटेदारों को नोटिस जारी कर अपना पक्ष साक्ष्य सहित तीन दिन में रखने का निर्देश दिया था। मंगलवार को एआरओ ने तहसील में तीन बिन्दुओं पर कोटेदारों की बैठक बुलाई। बैठक में आपूर्ति निरीक्षक की शिकायत करने वाले अधिकांश कोटेदार शिकायत करने से मुकर गए। उन्होने लिखित में शिकायत पर हस्ताक्षर न करने की बात कही। इन कोटेदारों ने एआरओ को बताया किसी ने उनके नाम से फर्जी शिकायत कर दी। एक कोटेदार ने शिकायत करने की बात कबूल की। उसने एआरओ को बताया उसके पास आरोप के संबंध में साक्ष्य नहीं है। इस कोटेदार ने कहा नोटिस का जवाब देने अपने इस्तीफा के साथ आउंगा। एआरओ ने दिवाली पर कार्ड धारकों को तीन नवम्बर से खाद्यान्न वितरित करने, अंत्योदय कार्ड धारकों को चीनी बांटने, जिन कार्ड धारको का मशीन पर अंगूठा नहीं लग रहा है। उनके आधार कार्ड लिंक कराने पर जोर दिया। कोटेदारों ने एआरओ को बताया कार्ड धारकों के मोबाइल नम्बर पर ओटीपी नही जा रही है। चीनी गोदाम पर खाद्यान्न उठाने के बाद पहुंची है। जिससे अतिरिक्त भाड़ा खर्च करना पड़ेगा। एआरओ धर्मेंद्र सिंह ने बताया शेरगढ़ ब्लाक के कुछ कोटेदारों ने तत्कालीन आपूर्ति निरीक्षक की शिकायत अधिकारियों से की थी। शिकायत की जांच एसडीएम कर रहे हैं। शिकायत में जिन कोटेदारों के हस्ताक्षर थे उनमें अधिकांश ने शिकायत न करने की बात कही है।।
बरेली से कपिल यादव