सीतापुर-जहां मोदी और योगी सरकार गरीबो को सवांरने के लिए नित नए नियम, योजनाए बनाकर गरीबों की सहायता मे लगे हुए है वही गरीबो के हित के लिये अधिकारीयो एवं कर्मचारीयो के लिये नित नये कड़े कानून बनाकर पालन करवाने का काम कर रही है। जिसके चलते जिले की नवागत जिलाधिकारी शीतल वर्मा का फरमान कि किसी भी अधिकारी या कर्मचारी की किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नही कि जायेगी
वही ग्रामीण अंचलों में कोटेदार मनमानी पर उतारु है । कोटे का सरकारी केरोसीन लाखो रुपयो का ब्लैक कर रहे हैं। जिसका जीता जागता उदाहरण रेउसा विकासखंड के ग्राम पंचायत राजपुर क्योटाना में देखने को मिला।
यहाँ कोटेदार ऊषा देवी पत्नी छत्रपाल ने मार्च माह का केरोसीन वितरण न करके सीधे ब्लैक कर लिया (बेंच डाला ) जब ग्रामीण कोटेदार के यहां केरोसीन लेने जाते है तो केरोसीन तो दूर भद्दी भद्दी गालिया देकर फटकारता है। जो कुछ कराना हो करा लो जाकर जहां जिससे शिकायत करनी हो कर दो जाकर। जिससे ग्रामीण मायूस होकर वापस लौट जाते है कोटेदार का पति छत्रपाल ने कहा कि अगर हम ब्लैक नहीं करेंगे तो कहां से पूरा होगा हमें प्रधान , लेखपाल समेत सप्लाई इस्पेक्टर अधिकारीयों , कर्मचारियो को मोटी रकम देना पड़ता है तो कोटे का केरोसीन , खाद्यान नही बेचेंगे तो क्या अपना खेत बेंच कर दे।
ग्रामीण पंछी देवी पत्नी नितेश कुमार , किशोरी , पन्नालाल , विनीत कुमार , राम धीरज , मिराजुल ने बताया कि हम लोग इसकी शिकायत कई बार उच्च अधिकारियों से कर चुके हैं। जिसके बावजूद भी सुधरने का नाम नहीं ले रहा है आखिर अब किससे शिकायत करूं कोई हम लोगों की सुनने वाला नहीं है ।
पंछी देवी का कहना है कि घर मे उजाले के लिए एक मात्र केरोसीन ही सहारा था वह भी भ्रस्टाचारी कोटेदार हजम कर रहे है , पन्ना लाल का कहना है कि सूरज ढलते घर मे काली रात छा जाती है घर मे उजाला का कोई दूसरा बंदोबस्त नही है , राम धीरज का कहना है कि उजाले की व्यवस्था ना होने से बच्चो की पढाई बाधित है , किशोरी ने बताया की अंधेरे मे जंगली जानवरो का डर बना रहता है।
इस प्रकार की गम्भीर समस्याओ से ग्रामीण जूझ रहे है लेकिन गरीबो की सुध लेने वाला कोई नही है।
-सुशील पाण्डे,सीतापुर