बाड़मेर/राजस्थान- राजस्थान लोक सेवा आयोग की लगातार पांचवीं आरएएस भर्ती पूरी होने में विलंब होगा और इससे आगामी भर्तियो का कैलेंडर भी गड़बड़ाएगा। चार-पांच महीने तक विषयवार तैयार पेपर की सुरक्षा व्यवस्थाओं और अन्य बंदोबस्त भजनलाल सरकार को मुस्तैदी से करने पड़ेंगे। पिछले सप्ताह राजधानी में कैबिनेट मीटिंग में परीक्षा तिथि आगे बढ़ाने की अनुशंषा की गई। लिहाजा राजस्थान लोक सेवा आयोग को आरएएस मेंस-2023 की नई तिथियां जारी करनी होंगी लेकिन उसमें मौजूदा हालात को देखकर और समय लगेगा।
आयोग ने आरएएस 2023 के 972 पदों के लिए बीते साल 28 जून को अधिसूचना जारी की थी। ऑनलाइन फॉर्म 1 से 31 जुलाई तक भरवाए जाने के बाद आरएएस-प्री 1 अक्टूबर को कराई गई।आयोग ने 20 अक्टूबर को प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम जारी कर 19 हजार 348 अभ्यर्थियों को आरएएस मेंस परीक्षा के लिए पात्र घोषित किया। उसी दिन आयोग ने 27-28 जनवरी 2024 को मेंस परीक्षा कराने की घोषणा भी कर दी।
बेरोजगार स्टुडेंट्स ने बताया कि ज्यादातर परिक्षाओं में एक तिहाई या फिर आधे ही परिक्षार्थी परिक्षा देने आतें है जैसे पिछले दिनों और आज भी आयोजित हुई परिक्षाओं में हुआ था वैसे ही राजस्थान प्रशासनिक अधिकारीयों की 2023 परिक्षा में राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा 19348 विधार्थियो को मुख्य परिक्षाओं में बेठने की जगह पर सालों से मेहनत करने वाले लगभग पाच सात हजार विधार्थियो और उतना ही सरकारी नौकरी करने वाले शामिल होगें कुल मिलाकर बारह पन्द्रह हजार से ज्यादा उपस्थिति दर्ज नही होगी और अगर सरकार कोचिंग सेंटरों को चलाने वाले नकल गिरोह माफियाओं के दबाव में परिक्षा का समय बढाते है तो उनकी मेहनत और मनोबल दोनों ही टूट जाएगी और कोचिंग सेंटरों को चलाने के लिए एक और छ; महिने का शानदार पैकेज जरूर मिल गया है कारण लोकसभा चुनावों के दौरान कोई भी बेरोजगार स्टुडेंट्स की परिक्षाएं आयोजित नहीं होगी और 2024 की राजस्थान प्रशासनिक अधिकारियों की आने वाली भर्ती भी बड़ी मुश्किल से होगी।
सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने कहा कि आरएएस 2023 मेंस परीक्षा की तिथि बदलने पर भर्ती में देरी होगी। जून-जुलाई अथवा इसके बाद मेंस परीक्षा होने पर करीब 35 से 40 महीने में परिणाम जारी होगा। इसके बाद आयोग मेंस परीक्षा में परीक्षा होने अभ्यर्थियों के साक्षात्कार कराएगा। लिहाजा अक्टूबर से दिसम्बर अथवा जनवरी-फरवरी- मार्च 2025 तक ही भर्ती पूरी हो सकेगी।
आजकल नकल गिरोह माफियाओं से परेशान आभिभावक कहते हुए नज़र आ रहें हैं कि केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए वादे बहुत सालों के इंतजार करने के बाद सरकारी नौकरियों के लिए होने वाली प्रतियोगिता परीक्षाओं में दिनों-दिन कोचिंग सेंटरों पर कार्यरत सरकारी- निजी विद्यालयों के अध्यापकों और राज्य में तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा शायद नक़ल गिरोह माफियाओं से साठ-गांठ करके मौजूदा सरकारी तंत्र की साख दांव पर लगा रहे हैं। नकल गिरोहों से सम्बन्धित जाचं पडताल करने वाले लापरवाह अधिकारियों ने अपनी साख दांव पर लगा दी है इनकी भी अवैध सम्पतियों को निलाम करने के साथ ही रासुका लगाना चाहिए ताकि नकल माफियाओं की पुनरावृत्ति न हो l
बेरोज़गारी से त्रस्त युवाओं ने बताया कि आजकल परिक्षाओं की गारंटी है लेकिन नक़ल गिरोह नक़ल जरूर करवाएंगे यह बात राजस्थान की नीयति बन गई है । सही मायने में राजस्थान नकल करने का हब बन गया है । कोई ऐसी परीक्षा नही होगी, जिसमे नकल नही होती हो । पिछले साल की परीक्षाओं में बड़े स्तर पर नकल हुई और पहले से ही सरकारी तिजोरियों में बन्द पेपर आउट हो गया । ऐसे में परीक्षा कराने का कोई औचित्य नहीं है । नकलची धड़ल्ले से लोट में उतीर्ण हो जाते है और दिन-रात किताबी कीड़ा बनकर मेहनत करने वाले प्रतिभाशाली लोगों को हाथ लगती है सिर्फ और सिर्फ विफलताएं।
पूर्व में जनवरी में प्रस्तावित परीक्षा के अनुसार आयोग विषयवार पेपर तैयार करा चुका है। इन्हें चार-पांच महीने तक कड़ी सुरक्षा में रखना होगा। फिलहाल जून तक कैलेंडर में परीक्षाएं हैं। आरएएस मेंस सहित आगामी भर्तियों की परीक्षा तिथि तय होने से कलैंडर पर भी असर पड़ेगा।
पिछली भर्तियों में भी देरी हुई थी जैसे आरएएस 2018: प्रश्नों और 15 गुना अभ्यर्थी पास करने से जुड़े कोर्ट में विवाद के कारण। कोरोना संक्रमण के कारण से देरी हुई थी और 13 जुलाई 2021 को हुई पूरी।
आरएएस 2021: प्रारंभिक परीक्षा के दस प्रश्नों पर कोर्ट केस से मेंस परीक्षा अटक गई और इसके बाद साक्षात्कार में हुई देरी इसके बाद में 18 नवम्बर 2023 को हुई पूरी।
आरएएस 2013: पेपर लीक के कारण स्थगित और अगस्त 2015 में हुई पूरी।
आरएएस 2016: एमबीसी आरक्षण के कारण मेंस परीक्षा देरी के कारण अक्टूबर 2017 में हुई और उत्तिर्ण अभ्यर्थियों को 2019 में मिली पोस्टिँग।
– राजस्थान से राजूचारण