कांकेर, छत्तीसगढ़: कृषि और समाजसेवा के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाने वाले डॉ. बिनोद बिस्वास, ग्रोइन ग्रामिन फार्मर प्रोड्यूसर्स कंपनी लिमिटेड (GGFPCL) के निदेशक के रूप में सक्रिय रूप से कार्य कर रहे हैं। वे किसानों के सशक्तिकरण और ग्रामीण विकास के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। उनके नेतृत्व में GGFPCL किसानों को नई तकनीकों से जोड़ने, आधुनिक खेती के तरीकों को अपनाने और कृषि उत्पादों के विपणन में सहायता प्रदान करने के लिए समर्पित है।
कृषि क्षेत्र में योगदान
डॉ. बिस्वास ने कृषि उद्योग को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए कई अभिनव योजनाओं की शुरुआत की है। GGFPCL के माध्यम से वे छोटे और सीमांत किसानों को संगठित कर उन्हें बाजार के अनुकूल बनाने, उन्नत बीजों और जैविक खेती को प्रोत्साहित करने तथा सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने का कार्य कर रहे हैं। उनके मार्गदर्शन में सैकड़ों किसान अपनी आय में वृद्धि कर चुके हैं।
समाजसेवा में सक्रिय भूमिका
कृषि क्षेत्र के साथ-साथ डॉ. बिस्वास समाजसेवा में भी गहरी रुचि रखते हैं। वे ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वावलंबन को बढ़ावा देने के लिए कई सामाजिक अभियानों से जुड़े हुए हैं। उन्होंने वंचित वर्गों के उत्थान के लिए कई कार्यक्रम चलाए हैं, जिनमें कृषि जागरूकता अभियान, जैविक खेती प्रशिक्षण और जल संरक्षण परियोजनाएं शामिल हैं।
महिला सशक्तिकरण पर विशेष ध्यान
भविष्य में, डॉ. बिस्वास महिला सशक्तिकरण को अपने कार्यों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाने की योजना बना रहे हैं। उनका मानना है कि ग्रामीण विकास तब तक अधूरा रहेगा जब तक महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर नहीं बनाया जाएगा। इसी को ध्यान में रखते हुए, वे महिलाओं के लिए कई नई योजनाएं लागू करने पर कार्य कर रहे हैं, जिनमें शामिल हैं:
महिला स्वयं सहायता समूहों (SHG) का गठन – महिलाओं को कृषि से जोड़कर उन्हें आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाना।
ग्रामीण महिला उद्यमिता को बढ़ावा – महिलाओं को डेयरी फार्मिंग, मधुमक्खी पालन, सिलाई-कढ़ाई और खाद्य प्रसंस्करण जैसी गतिविधियों से जोड़ना।
तकनीकी और वित्तीय सहायता – महिलाओं को सरकारी योजनाओं और बैंकिंग सुविधाओं से जोड़कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना।
महिला किसानों के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम – उन्हें आधुनिक कृषि पद्धतियों और जैविक खेती में प्रशिक्षित करना।
स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में सुधार – महिलाओं और लड़कियों के लिए स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की व्यवस्था करना।
सम्मान और पुरस्कार
डॉ. बिनोद बिस्वास के उल्लेखनीय योगदान को मान्यता देते हुए उन्हें Exclusive World Records और King’s Book of World Records द्वारा सम्मानित किया गया है। इसके अलावा, समाजसेवा और कृषि क्षेत्र में उनके अनुकरणीय कार्यों के लिए उन्हें कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से नवाजा गया है।
भविष्य की योजनाएंसम्मान और पुरस्कार
डॉ. बिनोद बिस्वास के उल्लेखनीय योगदान को मान्यता देते हुए उन्हें Exclusive World Records और King’s Book of World Records द्वारा सम्मानित किया गया है। इसके अलावा, समाजसेवा और कृषि क्षेत्र में उनके अनुकरणीय कार्यों के लिए उन्हें कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से नवाजा गया है।
भविष्य की योजनाएं
डॉ. बिस्वास का लक्ष्य किसानों को आत्मनिर्भर बनाना, आधुनिक कृषि तकनीकों को अपनाने के लिए प्रेरित करना और जैविक कृषि को बढ़ावा देना है। उनकी योजना कृषि आधारित स्टार्टअप्स को सहयोग देने, किसानों को तकनीकी रूप से सशक्त बनाने और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में कार्य करने की है।
डॉ. बिनोद बिस्वास की यह यात्रा न केवल छत्तीसगढ़, बल्कि पूरे भारत के किसानों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन रही है। उनके प्रयासों से कृषि क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव आ रहा है, जो भविष्य में और भी व्यापक रूप से देखने को मिलेगा।