राजस्थान/बाड़मेर- कुष्ठ कोई अभिशाप नहीं, एक सामान्य जीवाणु जनित बीमारी है जिसका आसान सा इलाज है, बस इतना सा देश की जनता समझ जाए तो सभी रोगी सामने आ जाएं। ऐसा होने पर बहुत जल्द इस रोग का उन्मूलन संभव है। इसी विचार को केंद्र में रखते हुए चिकित्सा एवं स्वाथ्य विभाग कुष्ठ दिवस पर 30 जनवरी से स्पर्श कुष्ठ रोग जागरूकता पखवाड़ा शुरू हुवा, जो 13 फरवरी तक चलेगा।
सीएमएचओ डॉ. विष्णुराम विश्नोई ने बताया जिले में गुरुवार से कुष्ठ जागरूकता अभियान शुरू किया गया। इस अभियान की थीम, आईए सब मिलकर जागरुकता बढ़ाएं, भ्रांतियां दूर करें तथा यह सुनिश्चित करें कि कुष्ठ रोग से प्रभावित कोई भी व्यक्ति छूट न जाएं”। इसी थीम पर आमजन के लिए कुष्ठ उन्मूलन जागरूकता का संदेश प्रसारित किया जाएगा। इस दिवस और अभियान के दौरा शहर से लेकर गाँव तक जन जागरूकता पैदा की जाएगी। वहीं पखवाड़े के दौरान घर-घर जाने वाले स्वास्थ्यकर्मी व आशा सहयोगिनियां कुष्ठ रोग की पड़ताल भी करेंगे। इस दौरान शपथ ग्रहण, जागरूकता रैली, प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम, मुनादी तथा समूह चर्चा जैसी गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। उन्होंने बताया कि कुष्ठ रोग तंत्रिका तंत्र संबंधित बीमारी है, समय पर इलाज करवाने से कुष्ठ रोग पूर्णतया ठीक हो जाता है लेकिन यदि इसके उपचार में लापरवाही बरती जाए, तो और विकृति आ सकती है।
डॉ विश्नोई ने बताया कि देश में 98 प्रतिशत लोग प्राकृतिक रूप से इस बीमारी के प्रति प्रतिरोधक क्षमता रखते है अर्थात मात्र दो प्रतिशत लोग ही इस बीमारी से ग्रसित हो सकते हैं। जिले में कुष्ठ रोग के प्रति लगातार जागरूकता पैदा की जा रही है। अभियान के सफल संचालन हेतु मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय अधिकारियो की बैठक का आयोजन किया गया एवं स्वास्थ्य भवन में सीएम्एचओ द्वारा कुष्ठ रोगियों को कुष्ठ रोग किट वितरण किये गया।
– राजस्थान से राजूचारण