बरेली/फतेहगंज पश्चिमी- नेशनल मिशन फॉर सस्टेनेबल एग्रीकल्चर योजना के तहत कम उत्पादन क्षमता वाले मांडल गांव पन्थरा में किसानों का एक कैम्प का आयोजन किया गया।जिसमें मुख्यतिथि जिलापंचायत सदस्य ममता गंगवार और जिला कृषि अधिकारी धीरेंद्र चौधरी ने कृषकों को 356 मृदा स्वास्थ्य कार्ड बांटे।साथ ही उत्पादन क्षमता बढ़ाने के टिप्स दिए।अध्यक्षता ग्राम प्रधान राजेन्द्र शर्मा ने की।
आयोजित कृषक कार्यशाला में जिला कृषि अधिकारी धीरेंद्र चौधरी ने वताया की उक्त योजना के तहत केंद्र सरकार के द्वारा हर ब्लॉक में एक सबसे कम उत्पादन क्षमता वाले गांव का चुनाव किया गया है। फतेहगंज पश्चिमी विकास खंड पन्थरा आता है।वताया की जून माह में पूरे ब्लॉक के गांवो से मृदा स्वास्थ्य परीक्षण के लिए नमूने लिए गए थे।जिनके परिणामो के आधार पर पन्थरा गांव की भूमि सबसे कम उत्पादन क्षमता की निकली।नमूने वाले 356 किसानों को मुख्यतिथि के द्वारा मृदा स्वास्थ्य कार्ड भी बनते गए।जिला कृषि अधिकारी धीरेन्द्र चौधरी ने बताया कि मांडल गांव पन्थरा के किसानों की फसल की उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार बायो उर्वरक,रसायन उर्वरक,सूक्ष्म पोषक तत्व,जिप्सम पर प्रति हेक्टेयर 2500 रुपये अनुदान देने देगी।
कृषि विज्ञान केन्द्र से किसान कार्यशाला में पहुंचे डॉ रंजीत सिंह ने मौजूद किसानों को वताया की खेती के साथ पशुपालन,मत्स्य पालन,फल उत्पादन बकरी पालन आदि करके किसान अपनी आय को बड़ा सकते है।उन्होंने इसके लिए आसान तरीके भी बताए।सचिन तिवारी ने किसान सम्मान योजना के तहत ऐसे किसानों की समस्या का निस्तारण किया जिनके खाते में किसान सम्मान राशि नही पहुंच रही है।संचालन कार्यशाला के आयोजक एडीओ कृषि कांता प्रसाद गंगवार ने किया। कार्यशाला में गांव प्रधान राजेन्द्र शर्मा,कृषक रामसिंह,लाल सिंह भीमसेन, अरविंद, रामेन्द्र शर्मा अवधेश शर्मा, बावू राम तोताराम, सहित सैंकड़ो किसान मौजूद रहे।
– बरेली से सौरभ पाठक की रिपोर्ट