बरेली। मंगलवार संयुक्त किसान के आवाहन पर किसान एकता संघ ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा। ज्ञापन से पूर्व ग्यारह बजे से ही किसान एकता संघ के पदाधिकारी दामोदर स्वरूप पार्क मे एकत्रित हुए। किसानों की भीड़ को देखकर पुलिस प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों पर तानाशाही दिखाना शुरू कर दिया और कहा कि अपने कार्यालय पर जाओ। वहीं से ज्ञापन लिया जाएगा। किसान नेता डॉ. रवि नागर के पहुंचने पर पुलिस प्रशासन से किसान नेता की काफी नोंक-झोंक हुई। डॉ. रवि नागर ने कहा कि हम या तो कलेक्ट्रेट जाकर ज्ञापन देंगे या फिर यही ज्ञापन लिया जाए। हम बिना ज्ञापन दिये यहां से नही जाएंगे। किसान नेता ने प्रशासन पर तानाशाही का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार से शांतिपूर्वक ढंग से ज्ञापन देना हमारा अधिकार है। इसके पश्चात सिटी मजिस्ट्रेट ने धरना स्थल पर ही आकर ज्ञापन लिया। किसान नेता डॉ. रवि नागर ने बताया कि किसान आंदोलन के समय केंद्र सरकार से जो समझौता हुआ था। उस पर आज तक केंद्र सरकार ने अमल नही किया है। जो किसानो के साथ वादाखिलाफी है। ज्ञापन के माध्यम से मांग करते हैं कि हमारी मांगे शीघ्र मानी जाए। अन्यथा संयुक्त किसान मोर्चा पुनः किसान आंदोलन करने के लिए मजबूर होगा। प्रदेश संगठन सचिव चौ. जगपाल सिंह यादव ने कहा कि सरकार को आवारा पशुओं से हो रही किसानों की फसलों के नुकसान की भरपाई करनी चाहिए। प्रदेश अध्यक्ष युवा पं राजेश शर्मा ने कहा की सरकार की नीति और नियत में फर्क है। सरकार आए दिन किसान विरोधी नीति ला रही है। जिलाध्यक्ष अनिल पटेल ने स्थानीय प्रशासन की निरंकुशता को तानाशाही बताते हुए कहा कि किसानों के साथ इस तरह का रवैया अच्छा नही है। युवा मंडल अध्यक्ष यशवीर यादव ने कहा कि आज किसान दुखी और परेशान है। सरकार को उसकी तरफ ध्यान देना चाहिए।।
बरेली से कपिल यादव