मध्यप्रदेश/शाजापुर – पहले भावांतर भुगतान योजना के तहत किसानों को प्याज और लहसुन के विक्रय पर क्रमश: 4 रुपए और 8 रुपए प्रतिकिलो के मान से राशि देने की सरकार की योजना को सरकार ने बाद में समृद्धि योजना का नाम दे दिया।
योजना को नया नाम मिलने के बाद किसानों के खाते में प्रोत्साहन राशि पहुंचाई जाना थी, लेकिन उपज बेचे करीब दो माह का समय बीत जाने के बाद भी किसानों के खाते में राशि नहीं आई है। जिले के 12 हजार 560 किसानों के खाते में समृद्धि योजना के तहत करीब 34 करोड़ रुपए की राशि पहुंचाई जाना है। अधिकारियों का कहना है कि जिन किसानों को राशि मिलना है उनकी सूची के हिसाब से डिमांड बनाकर भेज दी है, अब जो भी कार्रवाई होगी वो आगे से ही होगी। ऐसे में किसान परेशान हो रहे है। जिले में प्याज और लहसून की भावांतर योजना के तहत खरीदी का कार्य 16 मई से 30 जून तक किया गया। इस दौरान जिले के शाजापुर, शुजालपुर और पोलायकलां में खरीदी केंद्र बनाए गए। इन खरीदी केंद्रों पर 6725 किसानों ने 4 लाख 48 हजार 32 क्विंटल प्याज का विक्रय किया।
गौरव व्यास शाजापुर