किला की मांझा फैक्टरी मे धमाका: मालिक समेत तीन के उड़े चीथड़े, पांच मीटर दूर गिरे शव

बरेली। जनपद के थाना किला क्षेत्र के मोहल्ला बाकरगंज मे शुक्रवार की सुबह मांझा बनाने की फैक्टरी मे धमाका होने से मालिक और दो कारीगरों के चीथड़े उड़ गए। जिससे तीनों की मौत हो गई। उनके शव धमाके वाली जगह से करीब पांच मीटर दूर जाकर गिरे। सरताज भी गंभीर रूप से झुलसकर घायल हुआ। पुलिस ने उसे अस्पताल भिजवाया लेकिन इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई। मौके पर मंजर देख लोगों का कलेजा कांप गया। धमाका पतंगबाजी के लिए मजबूत मांझा बनाने के लिए गंधक-पोटाश, कांच और लोहे के बुरादे का मिश्रण तैयार करने के दौरान हुआ। स्थानीय लोगों का कहना है कि तेज धमाके की आवाज करीब तीन किमी दूर तक सुनी गई। फॉरेंसिक टीम ने मौके से नमूने लेकर जांच को भेजे हैं। हादसे के बाद जांच के लिए डीएम रविंद्र कुमार और एसएसपी अनुराग आर्य भी मौके पर पहुंचे। बाकरगंज निवासी अतीक रजा खां (51) मांझा फैक्टरी चलाते थे। मोहल्ले के ही फैजान (26) और सरताज (24) उनकी मांझा फैक्टरी में कारीगर थे। अतीक ने खुद के घर से सटे हुए खाली प्लॉट में मांझा बनाने का अड्डा बना रखा था। शुक्रवार की सुबह 10 बजे के समय अतीक, फैजान और सरताज मांझा बनाने के लिए मसाला तैयार कर रहे थे। इसके लिए गंधक-पोटास के साथ कांच और लोहे के बारीक बुरादे को मिलाकर लुगदी तैयार की जानी थी। इन घातक पदार्थों का मिश्रण तैयार करने के दौरान ही विस्फोट होने की जानकारी सामने आई है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अतीक और फैजान लुगदी बना रहे थे। धमाके के बीच दोनों के चीथड़े उड़ गए। नजदीक में मौजूद सरताज भी गंभीर घायल हो गया। बाद में इलाज के दौरान जिला अस्पताल में सरताज ने भी दम तोड़ दिया। धमाके के बाद इलाके में दहशत फैल गई। मौके पर सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा हो गई। धमाके की सूचना पर कई थानों का फोर्स, फायर ब्रिगेड और फील्ड यूनिट मौके पर पहुंच गईं। अतीक और फैजान के शव पोस्टमार्टम के लिए भेजने के बाद आसपास के इलाके को खंगाला गया। फॉरेंसिक एक्सपर्ट ने भी मौके से मांझा बनाने में इस्तेमाल किए जाने वाल कैमिकल्स के सैंपल लिए हैं। इन नमूनों की जांच के बाद पूरी सच्चाई सामने आ सकेगी। पुलिस विस्फोटक की मौजूदगी की आशंका की भी पड़ताल कर रही है। डीएम रविंद्र कुमार ने बताया कि बाकरगंज में हादसे के बाद पुलिस, प्रशासन की टीम यहां पहुंचीं और हादसे में एक घायल को अस्पताल भेजा, जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। मांझा निर्माण में सावधानी के लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा जिससे भविष्य में ऐसा कोई हादसा नही हो। एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि बाकरगंज के एक मकान में मांझा बनाने की फैक्टरी चल रही थी। यहां गंधक-पोटाश का मिश्रण तैयार करने के दौरान धमाका हुआ। इसमें तीन लोगों की मौत हुई है। हादसे का कारण क्या रहा? इस मामले में जांच की जा रही है।।

बरेली से कपिल यादव

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