बिहार/वैशाली- जिले के चेहराकलां प्रखंड के हसनपुर गंगटी गाँव स्थित नूर उर्दू लाईब्रेरी में मास्टर नूरूल होदा रहमानी के जिन्दगी व सेवा पर लिखी गई पुस्तक “किताब ए जिन्दगी “का लोकार्पण प्रसिद्ध शिक्षाविद प्रोफेसर नजमुल होदा के मुबारक हाथों से किया गया।यह किताब नूर उर्दू लाईब्रेरी के संस्थापक मास्टर नूरूल होदा रहमानी के पोता मौलाना नजरूल होदा कासमी के द्वारा लिखी गई है ।इससे पूर्व लाईब्रेरी के प्रांगण में “गाँव और देहातों मे उर्दू का विकास, मुश्किलात और हल “विषय पर शिक्षाविदों ने चर्चा की।सभी ने उर्दू के विकास के लिए सरकार को कोसने से ज्यादा अपने-अपने घर से उर्दू के विकास के लिए अलख जगाने की अपील की।कार्यक्रम में इम्तियाज अहमद करीमी, मुश्ताक अहमद नूरी,प्रोफेसर मुमताज अहमद खान,मास्टर अनवारूल हसन वस्तवी,मौलाना मजाहिर आलम शम्सी,मास्टर अजीमुद्दीन अंसारी, कामरान गनी सबा,डॉक्टर फैज,मास्टर मोहम्मद जाकिर हुसैन, मौलाना कमरे आलम नदवी, मौलाना सदरे आलम नदवी,मौलाना इजहारूलहक कासमी, प्रोफेसर राहत हुसैन,मौलाना नजीर आलम, कमर हाजीपुरी,एडवोकेट नसीम अहमद, मौलाना अब्दुल कय्यूम, हाफिज तौकीर सैफी,प्रोफेसर मुश्ताक अहमद मुश्ताक,सबाउल होदा,ताजुल होदा,आदि शरीक हुए।कार्यक्रम का संचालन मुफ्ती सनाउल होदा कासमी ने जबकि कार्यक्रम की शुरुआत तिलावत ए कुरान से हाफिज जकवानुल कमर ने की और खत्म मौलाना इजहारूलहक कासमी व प्रोफेसर नजमुल होदा के दुआ के साथ हुआ।
-नसीम रब्बानी पटना बिहार