कानपुर – सेंट्रल स्टेशन आरपीएफ कानपुर परिसर में स्टेशन अधीक्षक आरपीएफ कानपुर सेंट्रल पनकीधाम स्टेशन आरपीएफ रेलवे चाइल्डलाइन कानपुर सुभाष चिल्ड्रन सोसायटी के तत्वाधान में रेलवे चिल्ड्रन इंडिया संस्था द्वारा कानपुर सेंट्रल स्टेशन व अन्य स्टेशनों में बच्चों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने हेतु। एक सेमिनार का आयोजन किया गया सेमिनार का आरंभ स्टेशन अधीक्षक श्री अनिल कुमार तिवारी आरपीएफ ऑफिसर माननीय अजय कुमार ए एस सी आरपीएफ प्रभारी श्री प्रदुम कुमार ओझा चिल्ड्रन इंडिया संस्था के। असिस्टेंट मैनेजर श्री अफसर अहमद खान रेलवे चाइल्डलाइन कानपुर निदेशक श्री कमल कांत तिवारी समन्वयक गौरव सचान जी का स्वागत करके किया गया सेमिनार के दौरान मुख्य वक्ता श्री अफसर अहमद खान के द्वारा बच्चों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने हेतु रेलवे के द्वारा बनाए गए s.o.p. महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा दिए गए दिशानिर्देश तथा बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु कानून में वर्णित प्रावधानों की जानकारी बहुत व्यापक रूप से दी गई एवं बाल सुरक्षा और संरक्षण प्रक्रिया में क्या क्या भूमिका है किनके क्या-क्या कर्तव्य है सभी को विस्तृत रूप से बताया गया और बाल कल्याण न्याय पीठ के क्या कर्तव्य हैं क्या करते हैं विस्तार से बताया गया एवं साथ ही आरपीएफ जीआरपी के बच्चों के प्रति क्या कर्तव्य हैं उनको बताए गए रेलवे ऑफिसर महोदय। माननीय अजय कुमार ए एस सी द्वारा बताया गया कि। आरपीएफ द्वारा बच्चों की हर संभव मदद की जाती है और आगे भी हर संभव मदद की जाएगी इसके पश्चात स्टेशन अधीक्षक श्री अनिल कुमार तिवारी जी ने बताया कि। सेंट्रल स्टेशन में s.o.p. के अनुसार ही बच्चों के मामलों में प्रक्रिया की जाती है हर एक बच्चे का प्रशासन में रिकॉर्ड उपस्थित होता है चाइल्ड हेल्प ग्रुप की बैठक भी s.o.p. के अनुसार ही कराई जाती है। और रेलवे प्रशासन। बच्चों की हर संभव मदद करने का प्रयास करता है। स्टेशन परिसर में बच्चों को। चाइल्ड फ्रेंडली वातावरण दिया जाता है। ताकि कोई भी बच्चा अपने आप को असुरक्षित महसूस ना कर सके। स्टेशन परिसर में। कई जगहों पर रेलवे चाइल्ड लाइन 1098 नंबर प्रदर्शित है ताकि कहीं से भी कोई भी बच्चा उस नंबर का उपयोग कर मदद ले सकता है इसके पश्चात आरपीएफ प्रभारी श्री प्रद्युम्न कुमार ओझा जी ने। वहां पर उपस्थित सभी लोगों को। जागरूक किया कि आरपीएफ किस तरह से बच्चों की मदद करती है। ट्रेनों में भी। निरीक्षण किया जाता है कि कोई बच्चा मुसीबत में तो नहीं है। और ऐसा बच्चा मिलते ही तुरंत उसकी मदद की जाती है। उसकी सूचना रेलवे प्रशासन पुलिस प्रशासन को दी जाती है साथ ही रेलवे चाइल्ड चाइल्डलाइन कानपुर सम समन्वयक गौरव सचान द्वारा बताया गया कि चाइल्डलाइन कार्यकर्ताओं द्वारा रात और दिन आउटरीच की जाती है और बच्चा मिलने पर तुरंत उसकी मदद की जाती है जिसकी जानकारी बालकल्याण न्याय पीठ को भी दी जाती है एवं बच्चों को बाल कल्याण न्याय पीठ के समक्ष प्रस्तुत किया जाता है और बच्चे की हर संभव मदद की जाती है। साथ ही बताया गया कि अगर किसी को कोई भी मुसीबत में फंसा हुआ बच्चा अकेला परेशान किसी के द्वारा सताया हुआ अनाथ बेसहारा घायल अपने घर से भागा हुआ बच्चा मिले तो उसकी जानकारी तुरंत चाइल्डलाइन के निशुल्क नंबर 1098 पर दें ताकि बच्चे की समय रहते मदद की जा सके और बच्चा किसी गलत हाथों में ना पड़े। और बच्चे का जीवन नरकी होने से बच जाए इस सेमिनार के माध्यम से सभी लोगों को बच्चों की सुरक्षा हेतु जागरूक किया गया और सभी ने इस सेमिनार की बहुत बढ़ चढ़कर प्रशंसा की। इस सेमिनार कार्यक्रम में मुख्य रूप से स्टेशन अधीक्षक श्री अनिल कुमार तिवारी आरपीएफ अधिकारी श्री अजय कुमार ए एस सी। आरपीएफ प्रभारी श्री प्रदुम कुमार ओझा। इंस्पेक्टर श्री अर्जुन कुमार यादव। रेलवे चिल्ड्रन इंडिया संस्था के मुख्य वक्ता श्री अफसर अहमद खान। आरपीएफ इंस्पेक्टर पनकी धाम स्टेशन शिशिर कुमार झा। एसआई अर्जुन एसआई आरती कुमारी। एसआई अंजना सिंह। एएसआई राणा प्रताप सिंह रेलवे चाइल्डलाइन निदेशक श्री कमल कांत तिवारी रेलवे चाइल्ड लाइन समन्वयक गौरव सचान काउंसलर मंजू लता दुबे टीम सदस्य अमिता तिवारी नारायण दत्त त्रिपाठी 40 से अधिक आरपीएफ पुलिसकर्मी व रेलवे अधिकारी उपस्थित रहे।
कानपुर सेंट्रल स्टेशन में बच्चों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने हेतु किया गया सेमिनार
