बरेली। कांग्रेसियों ने गुरुवार को चौकी चौराहे पर भाजपा सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद कांग्रेसी भाजपा कार्यालय की तरफ जाने के लिए बड़े तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया। आरोप है कि पुलिस की धक्का-मुक्की में कई कांग्रेसियों को चोटें भी आई। पुलिस ने कांग्रेसियों को हिरासत में लेकर पुलिस लाइन ले जाकर नजरबंद कर दिया। वहीं, कांग्रेस जिलाध्यक्ष को उनके सिरौली स्थित आवास पर सुबह से ही नजरबंद कर दिया, जिससे वह धरना प्रदर्शन में शामिल नही हो सके। नेशनल हेराल्ड केस मे कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के खिलाफ ईडी द्वारा भेजी गई चार्जशीट को न्यायालय ने खारिज कर दिया। कांग्रेसियों का आरोप है कि इन तथ्यों से यह स्पष्ट होता है कि भाजपा सरकार विपक्ष के नेताओं को बिना किसी ठोस आधार के कानूनी रूप से फंसाने का निरंतर प्रयास कर रही है। प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर गुरुवार को जिला एवं महानगर कांग्रेस ने महात्मा गांधी पार्क में धरना देकर विरोध प्रदर्शन किया गया। इसके बाद कांग्रेसियों ने भाजपा कार्यालय पर जाने का प्रयास किया तो पुलिस बल ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। आरोप है कि पुलिस की धक्का-मुक्की में कई कांग्रेसी भी घायल हो गए। पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे कांग्रेसियों को हिरासत में लेकर पुलिस लाइन ले गई। इस दौरान महानगर अध्यक्ष दिनेश दद्दा ने कहा कि भाजपा सरकार जिस प्रकार की परंपरा देश में स्थापित कर रही है, वह देशहित में नाहीं है। पूर्ववतीं सरकारों के समय भी सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच मतभेद होते थे, लेकिन मनभेद नहीं होते थे। कांग्रेस इस अलोकतांत्रिक रवैये का पुरजोर विरोध करती है। प्रदेश प्रवक्ता डॉ केबी त्रिपाठी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कांग्रेस नेता सोनिया गांधी से सार्वजनिक रूप से माफी मांगें। प्रवक्ता पंडित राज शर्मा ने कहा कि भाजपा सरकार को इस प्रकार के घृणित एवं दुर्भावनापूर्ण कृत्य के लिए देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए। इस मौके पर पूर्व विधायक छोटे लाल गंगवार, सुबोध जौहरी, रमेश श्रीवास्तव, सुरेश वाल्मीकि, डॉ. हरीश गंगवार, साहिब सिंह अमजद, उल्फत कठेरिया, नजमी जोया खान, पंकज उपाध्याय, एम के घोस, डॉ सरताज हुसैन, मोबिन कुरैशी, रियासत, साजिद अब्बासी पूनम दीप मौजूद रहे।।
बरेली से कपिल यादव
