सहारनपुर। 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस जिसे हमारे जनपद की अनेको सामाजिक, व्यापारिक, राजनैतिक व अन्य संस्थाओें ने जनपद के अलग अलग क्षेत्रों में पौधारोपण कर विश्व पर्यावरण दिवस मनाया। संस्थाओं के नुमाईन्दों ने लोगो को अधिक सेे अधिक पेड़ लगाने की अपील की और पर्यावरण सुरक्षा का संकल्प भी लिया। मीडिया बंधुओं को बुलाकर आयोजको द्वारा मुख्य अतिथियों की मौजूदगी में फोटो भी खिंचवाये गए एंव सोशल मीडिया पर पेड लगाते हुए खूब फोटों भी वायरल हुए, लोगो से वाहवाही भी खूब लूटी। लेकिन जिस प्रकार जनपद में यह वृक्षारोपण कार्यक्रम बड़े पैमाने पर सम्पन्न किया गया तो इससे प्रतीत होता है कि आने वाले वक्त में पर्यावरण सुरक्षा का संकल्प सार्थक होता नजर आयेगा, दुर्भाग्य ये है कि पर्यावरण दिवस पर ये लोग वृक्षारोपण तो कर देते है लेकिन उन वृक्षों का पालन पोषण करने वाला कोई नजर नही आता, जिसके चलते पर्यावरण दिवस पर लगाये गये वृक्ष पालन पोषण के अभाव में दम तोड़ते नजर आते है। आप तो जानते ही इस वक्त गर्मी उफान पर है इस तपती गर्मी में रोपित किये गये पौधों के बिना पानी के हालात क्या होंगे ?
बता दें कि यूं तो विश्व पर्यावरण दिवस हर वर्ष मनाया जाता है, सामाजिक, राजनैतिक, व्यापारिक व अन्य संगठनों के लोग वृक्षारोपण कार्यक्रम मे पौधे तो रोपित कर देते है, परन्तु उनका पालन पोषण न हो पाने के कारण वो वहीं मुरझा कर दम तोड देते है, ऐेसे में जरूरत है कि जो पौधा रोपित किया जाये, उसकी परवरिश व उसका पालन पोषण लगनपूर्वक किया जाये, ताकि जिस उद्देश्य के लिये विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है, वह उद्देश्य आगे के लिए कारगर साबित हो।
ज्ञात रहे की हम कोरोना महामारी की चपेट में है, इस महामारी के दौरान ऑक्सिजन की कमी देश के विभिन्न हिस्सों में देखने को मिली, जिसके चलते कई जिंदगियां बर्बाद हो गयी। विडम्बना ये है इतना कुछ होने के बावजूद उसके महानगरों में कई जगहों पर समय समय पर विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत के चलते हरे भरे वृक्षो पर आरा चलाया जाता है।
- सुधीर गुम्बर