बरेली/ फतेहगंज पश्चिमी। देशभर में कस्बा फतेहगंज पश्चिमी का नाम स्मैक में जाना जाता है। यहां कई राज्यों से स्मैक खरीदने लोग आते हैं। कस्वे में ही नशे का कारोबार सरेआम फल-फूल रहा है। कस्बे में पुलिस की अनदेखी का ही परिणाम है कि मुख्य चौक-चौराहों के अलावा कस्बे की कई सुनसान जगहों को नशेड़ियों ने अपना अड्डा बनाया हुआ है। जहां वे दिन रात बिना किसी डर के स्मैक का नशा करते हैं। कस्बे में चर्चाएं चलती रहती है कि कई बार नारकोटिक्स टीम तस्करों के घरों पर छापे मार चुकी है लेकिन स्थानीय लोगों की मदद से टीम को खाली हाथ वापस लौटना पड़ता है। अभी बीते कुछ दिन पहले टीम ने कस्बे में लगातार तीन दिन तक तस्करो के घर छापामारी की लेकिन सूचना लीक होते ही तस्कर घर से फरार हो जाते है। इन्हीं कारणों से कस्बे में स्मैक तस्करी का कारोबार आए दिन बढ़ता जा रहा है। नए नए युवाओं को अमीर बनने की चाहत में जिंदगी बर्बाद कर रहे है। इसी प्रकार से गुरुवार की रात्रि नौ बजे चौकी प्रभारी सत्येंद्र कुमार को मुखबिर के द्वारा सूचना मिली की मोहल्ला नई बस्ती चौड़ा खरंजा पर एक व्यक्ति स्मैक लेकर खड़ा है। मुखबिर की सूचना पर चौकी प्रभारी अपने हमराही के साथ मौके पर पहुंच गए। खाकी बर्दी देखकर युवक तेज कदम चलने लगा कुछ ही दूरी पर युवक को पकड़ लिया। पूछतांछ मे युबक ने अपना नाम दानिस पुत्र मोहम्मद यासीन निबासी मोहल्ला साबिर कस्बा ब थाना काशीपुर जिला उधमसिह नगर उत्तराखंड बताया। उसके पास से काफी मात्रा में स्मैक बरामद हुई। पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत कर युबक को जेल भेज दिया। पुलिस पीने वालों को पकड़ती जरूर है लेकिन ठोस कार्रवाई नहीं करती है। कस्बे में चर्चा है कि पुलिस हमेशा पीने वालों को ही पकड़ती है लेकिन बेचने वालों नामी तस्करों को नहीं पकड़ पाती है। अगर पुलिस बेचने वाले तस्करों पर ठोस कार्यवाही करें तो कस्बे का माहौल सुधर सकता है।।
बरेली से कपिल यादव