रुड़की/हरिद्वार- नैनीताल हाइकोर्ट के निर्देश पर कलियर दरगाह प्रशासन ने पुलिस को साथ लेकर दरगाह इमाम साहब क्षेत्र से अवैध रूप से कब्जा कर लगाई गई तीन वर्ष पूर्व की करोड़ो रुपये किम्मत की प्रसाद की दुकान खाली कराई।कुछ असामाजिक तत्वों ने दुकानदारों की तरफ से नोक झोक भी की लेकिन प्रशासन के सामने किसी की नही चली ,कब्जा हटाने तक पुलिस फोर्स मौजूद रहा।
गौरतलब है कि कलियर दरगाह इमाम साहब स्थित प्रशाद विक्रय करने की एक दुकान है। जिस पर करीब तीन वर्षो से कलियर निवासी ठेकेदार समशेर ने इमाम साहब आहता के जिम्मेदार लोगों से साज खाकर अवैध कबजा कर माम्याला हाइकोर्ट में डाल दिया था हुआ था।प्रशाद विक्रय करने की दुकान का मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन था। मार्च के महीने में हाईकोर्ट का फैसला दरगाह के पक्ष में आ गया था। 18 मार्च को ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नितिका खंडेलवाल के निर्दश पर दरगाह प्रशासन प्रसाद की दुकान को खाली कराने के लिए पहुंचे थे। दुकान खाली कराने के दौरान आहता इमाम साहब व मदरसे के मौलाना इकबाल ने प्रसाद की दुकान पर फिर से हाईकोर्ट से स्टे ले लिया था। मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन होने के कारण दरगाह इमाम साहब में कोई भी सालाना ठेका नही हो पाया था। जिससे दरगाह को तीन सालो में करोड़ो रुपए का नुकशान हुआ है।एक सप्ताह पहले हाईकोर्ट का फैसला फिर से दरगाह के पक्ष में आ गया। हाईकोर्ट ने दरगाह इमाम साहब से प्रसाद विक्रय करने की दुकान को खाली कराने के निर्देश दिए थे। शनिवार देर शाम को ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नितिका खंडेलवाल के निर्देश पर अवैध रूप से लगाई गई प्रसाद की दुकान को खाली कराया गया।
दरगाह प्रबंधक सफीक अहमद ने बताया कि दरगाह इमाम साहब में प्रसाद की दुकान पर तीन स्टे हुए थे हाईकोर्ट ने तीनो स्टे को खारिज कर फैसल दरगाह के पक्ष में सुनाया। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नितिका खंडेलवाल के निर्देश पर अवैध रूप से कब्जा की गई दुकान को खाली कराकर दरगाह कर्मचारीयो को नियुक्त किया गया है।इस मौके पर दरगाह प्रबंधक सफीक अहमद, एसआई मोहम्मद आमिर खान , सुपरवाइजर इंतखाब आलम, अब्दुल्ला , असलम कुरैशी , दरगाह कर्मचारी आदि मौजूद रहे।
– रूडकी से इरफान अहमद की रिपोर्ट