बरेली। कमिश्नर बरेली संयुक्ता समद्दार ने बुधवार को संयुक्त निदेशक प्रशिक्षण एवं रोजगार अरुण कुमार राणा समेत अधिकारियों के साथ कौशल विकास मिशन की समीक्षा की। इसमें बरेली में 1409, बदायूं में 1363, पीलीभीत में 247 और शाहजहांपुर में 468 बेरोजगारों को रोजगार दिलाया गया है। शाहजहांपुर और पीलीभीत के प्रशिक्षण लक्ष्य से कम थे। जिस पर कमिश्नर ने नाराजगी व्यक्त करते हुए लक्ष्य बढ़ाने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के कौशल विकास मिशन में लापरवाही बरतने वाले समन्वयकों के खिलाफ कार्रवाई कर प्रतिकूल प्रविष्टि दी जाएगी। सभी जीटीआई पास कर चुके युवाओं से संपर्क कर उन्हें रोजगार दिलाने में सहयोग करें। दिए गए प्रशिक्षण लक्ष्य को पूरा करें। ज्वाइंट डायरेक्टर आईटीआई अरुण कुमार राणा ने बताया कि बरेली मंडल में वर्तमान में 72 प्रशिक्षण केंद्र युवाओं को प्रशिक्षित कर रहे है। आपको बता दे कि कौशल विकास मिशन में प्रशिक्षण के दौरान पांचवी और नवमी पास युवाओं को 5000 दसवीं पास युवाओं को 6000 12वीं पास युवाओं को 7000, राष्ट्रीय राज्य व्यवसायिक प्रमाण पत्र एनसीवीटी धारक को 7000 प्रशिक्षण के दूसरे एवं दूसरे वर्ष के दौरान न्यूनतम वृत्तिका की रकम में 10 प्रतिशत की वृद्धि की जाती है। प्रशिक्षण के तीसरे वर्ष के दौरान 15 प्रतिशत की वृद्धि का नियम है। भारत सरकार के वेब पोर्टल पर 399 युवाओं ने रजिस्ट्रेशन कराया। इसमें बरेली में 239, बदायूं में 52, पीलीभीत में 44 शाहजहांपुर में 64 युवा रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। बरेली मंडल के विभिन्न प्रशिक्षण संस्थानों प्रतिष्ठानों में 693 युवा प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। कमिश्नर ने प्रशिक्षणरत सभी युवाओं को गुणवत्ता पूर्ण तरीके से प्रशिक्षण देने के निर्देश दिए है। कौशल विकास मिशन के तहत वर्तमान में पांच विधाओं में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। रिपेयर एंड मेंटेनेंस आफ डोमेस्टिक, घरेलू उपकरण, कंप्यूटर एकाउंटिंग टैली, सिलाई-कढ़ाई व फ्रंट आफिस एसोसिएशन जैसी विधाओं में करीब दो हजार युवाओं को प्रशिक्षण देकर रोजगार से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। कई नए ट्रेड में युवाओं को प्रशिक्षण दिलाने की कवायद की जा रही है। हुनर सीख चुके युवाओं को रोजगार मेला के माध्यम से कई निजी कंपनियों में चयन कराकर रोजगार उपलब्ध कराया जाता है।।
बरेली से कपिल यादव