आज़मगढ़- प्रदेश में स्वास्थ्य एवं शिक्षा को सुदृढ़ करने कन्या भ्रूण हत्या रोकने बुनियादी तौर पर ही कन्याओं को आर्थिक रूप से मजबूत करने आदि उद्देश्यों से संचालित मुख्यमन्त्री कन्या सुमंगला योजना में मण्डल की प्रगति को और अधिक गति देने के उद्देश्य से मण्डलायुक्त कनक त्रिपाठी ने शनिवार को अपने कैम्प कार्यालय पर योजना के सभी 6 स्टेजों की विकास खण्डवार समीक्षा किया। समीक्षा के दौरान जनपद बलिया के विकास खण्ड बैरिया बाॅंसडीह एवं दुबहड़ के खण्ड विकास अधिकारी अनुपस्थित पाये गये जबकि इस लोगों के द्वार अवकाश पर रहने हेतु कोई अनुमति भी नहीं ली गयी थी। मण्डलायुक्त ने इस स्थिति पर सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए तीनों खण्ड विकास अधिकारियों को प्रतिकूल प्रविष्टि देने का निर्देश दिया। इसके अलावा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के स्तर पर उक्त योजना से सम्बन्धित 802 आवेदन पत्र में से कोई भी फार्वर्ड नहीं किया गया था जिसपर उनसे स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। बैठक में जिला प्रोबेशन अधिकारी बलिया द्वारा अवगत कराया गया कि विकास खण्ड रेवती में बीडीओ का पद रिक्त होने के कारण वहाॅं का कार्यभार कृषि विभाग के अधिकारी द्वारा देखा जा रहा है परन्तु उनकी परफार्मेन्स किसी भी दशा में सन्तोषजनक नहीं है। इस पर मण्डलायुक्त ने निर्देशित किया उनसे तत्काल बीडीओ का चार्ज वापस लेकर किसी अन्य बीडीओ को चार्ज देने हेतु तत्काल कार्यवाही की जाय। मण्डलायुक्त कनक त्रिपाठी ने समीक्षा के दौरान जनपद मऊ एवं बलिया में प्रगति सन्तोषजनक नहीं मिलने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए इसे सम्बन्धित जिला प्रोबेशन अधिकारियों के स्तर से मानीटरिंग की कमी मानते हुए निर्देशित किया कि दिन प्रतिदिन इसकी निम्न स्तर से समीक्षा की जाय तथा दो दिन के अन्दर अपेक्षित प्रगति लाना सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने सभी खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि जो भी आवेदन पत्र उसे तत्काल सत्यापन कर अपलोड कराया जाय किसी भी दशा में दो दिन के बाद कोई आॅनलाइन होना अवशेष नहीं मिलना चाहिए। बैठक उप निदेशकए महिला कल्याण ओंकारनाथ यादव आज़मगढ़, मऊ एवं बलिया के जिला प्रोबेशन अधिकारी क्रमशः बच्चा लाल समर बहादुर सरोज एवं कृष्णकान्त राय मण्डलीय स्वच्छता समन्वयक राजू पटेल तीनों जनपद के बीएसए एवं खण्डविकास अधिकारीगण उपस्थित थे।
रिपोर्टर:-राकेश वर्मा आजमगढ़