कडे़ पहरे में हुई निरस्त आरओ-ईओ की दोबारा परिक्षा में एक तिहाई हाज़िर रहे परिक्षार्थी

राजस्थान/बाड़मेर- राज्य में राजस्व अधिकारी यानी आरओ ग्रेड द्वितीय और अधिशाषी अधिकारी, ईओ ग्रेड चतुर्थ भर्ती परीक्षा 2022 का आयोजन किया गया पिछले साल अक्टूबर में पेपर लीक होने के चलते इस परीक्षा को राज्य सरकार द्वारा रद्द कर दिया था। आज दोपहर को 111 पदों के लिए 28 जिलों के 1318 केंद्रों पर दोबारा परीक्षा आयोजित हुई।

परीक्षा के सुचारू संचालन के लिए प्रत्येक सरकारी केंद्र पर एक और निजी केंद्रों पर दो पर्यवेक्षकों को नियुक्त किया गया था। सुरक्षा के लिए तीन फ्लाइंग स्क्वायड गठित किए गए थे। हर केंद्र पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात रहा। अनाधिकृत व्यक्तियों और अनुचित साधनों पर नजर रखने के लिए दो वीडियोग्राफर तैनात किए गए थे। परीक्षार्थियों को परीक्षा शुरू होने से एक घंटे पहले तक ही प्रवेश दिया गया।

राज्य के अजमेर, अलवर, बांसवाड़ा, भरतपुर, भीलवाड़ा, बीकानेर, बूंदी, चूरू, दौसा, धौलपुर, डीडवाना.कुचामन, डूंगरपुर, हनुमानगढ़, जयपुर, झालावाड़, झुंझुनू, जोधपुर, कोटा, नागौर, पाली, सवाई माधोपुर, सीकर, सिरोही, श्रीगंगानगर, टोंक और उदयपुर में परीक्षा आयोजित हुई। इस परीक्षा में 4 लाख 37 हजार से अधिक अभ्यर्थी पंजीकृत थे। पिछली बार नकल के मामले सामने आने के बाद राज्य सरकार द्वारा परिक्षा निरस्त की गई थी।

इस बार सभी जगहों पर जिला प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए। प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और पुलिसकर्मियों की अधिक तैनाती की गई है। इसके अलावा विभिन्न सुरक्षा एजेंसियां द्वारा भी परीक्षा सेन्टरो पर नजर रखी जा रही थी।

नकल गिरोह माफियाओं से प्रश्नपत्रों की सुरक्षा को देखते हुए केंद्राधीक्षको के अलावा किसी को मोबाइल फोन लाने की अनुमति नहीं दी गई। केंद्राधीक्षक को भी केवल कीपैड मोबाइल फोन रखने की अनुमति थी।

राज्य सरकार द्वारा अनुचित साधनों का प्रयोग करने पर राजस्थान सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम 2022 के तहत न्यूनतम 10 साल की सजा या आजीवन कारावास और 10 लाख से 10 करोड़ रुपए तक के जुर्माने का प्रावधान है।

– राजस्थान से राजूचारण

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