कंजेक्टिवाइटिस से जूझ रहे उच्च प्राथमिक विद्यालय की छात्र:डेढ़ दर्जन प्रभावित छात्र-छात्राओं को स्कूल से दी गई छुट्टी

सोरांव/ प्रयागराज- सोरांव विकास खंड के मटियारा ग्राम सभा स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय के छात्र- छात्राएं इस समय कंजेक्टिवाइटिस नामक बीमारी से ग्रसित हैं। तेजी से बढ़ रही इस बीमारी को देखते हुए स्कूल प्रशासन ने ऐसे छात्र-छत्राओं को छुट्टी दे दी है। हालांकि अब तक इस बीमारी से डेढ़ दर्जन से ज्यादा छात्र प्रभावित हो चुके हैं। सीमित कमरे और छात्र-छत्राओं की बढ़ी हुई संख्या रोग को बढ़ाने में सहायक सिद्ध हो रही है।
सोरांव के मटियारा ग्राम सभा स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय मात्र 3 कमरों में चल रहा है। इस विद्यालय में 153 छात्र छात्राओं का रजिस्ट्रेशन है और लगभग 90% छात्रों की हमेशा उपस्थिति रहती है। बीते कुछ दिनों से इस विद्यालय की कुछ छात्र-छात्राओं मे कंजेक्टिवाइटिस बीमारी ने घर कर लिया है। लाल आंखें और उसके नीचे सूजन तेजी से दूसरे छात्र को घेरे में ले रहे हैं। शुरुआत में एक दो छात्रों की आंखों में दर्द और आंखें लाल होने की शिकायत मिली थी लेकिन 3 दिन में ही लगभग डेढ़ दर्जन छात्र-छात्राएं इस रोग से प्रभावित हो चुके हैं। विद्यालय की अध्यापिका ने बताया की छात्र-छात्राओं में सिर दर्द व लाल आंखे उनकी पढ़ाई में बाधा उत्पन्न कर रही है। फिलहाल इस बीमारी से सभी छात्र न ग्रसित हो जाय इसके लिए कंजेक्टिवाइटिस से प्रभावित छात्र छात्राओं को छुट्टी दे दी गई है। विद्यालय इंचार्ज नफीस फात्मा ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से ऐसे छात्र छात्राओं के लिए दवाओं की व्यवस्था की गई थी। लेकिन गुरुवार शाम को इस रोग से पीड़ित छात्र छात्राओं के अभिभावकों को फोन कर उन्हें विद्यालय न भेजने की अपील की जाएगी। विद्यालय की अध्यापिका ने बताया कि एक कमरे में 55 छात्र बैठते हैं। फिलहाल छात्र छत्राओं को पढ़ाई में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस बाबत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोरांव के चिकित्सा प्रभारी डॉ संतोष पांडे ने बताया कि इस बीमारी की जानकारी विद्यालय द्वारा उन्हें नहीं दी गई थी। शुक्रवार को मटियारा स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय में डॉक्टरों की टीम भेजकर ऐसे छात्र छात्राओं का चेकअप कर उन्हें दवा उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि इस बीमारी की कई वजह हैं जिनमें एलर्जी मुख्य कारक होता है। इसमे साफ सफाई का ध्यान प्रमुख रूप से किया जाना चाहिए।

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