आजमगढ़- एससीएसटी कानून को कमजोर किये जाने का आरोप लगाते हुए बुधवार को संत रामपाल दास जी महाराज के अनुयायियों ने जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री को पत्रक भेजा। अनुयायियों ने एससीएसटी कानून को पूर्व की भांति लागू किये जाने की मांग किया। अनुयायियों ने कहाकि एससी एसटी कानून कमजोर होने से दलितो एवं अति दलितों पर अत्याचार बढ़ गया है। वह अपने को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं। एससीएसटी कानून कमजोर होने से दलित और अति दलित फिर सौ वर्ष पीछे चला गया है। अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति को समाज में सम्मान पूर्वक जीने व उनके सुरक्षा के लिए 1989 में संसद में एससी एसटी कानून बनाया गया था। लेकिन मार्च 2018 में सर्वोच्च न्यायालय ने इस कानून में संशोधन कर उसे कमजोर करने का काम किया। जिससे एससी एसटी समाज के लोग नरकीय जीवन जीने को मजबूर है। अनुयायियों ने केन्द्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहाकि अपनों को खुश करने के लिए करवाया गया यह फैसला है। सरकार के इस कृत्य से दलित और अति दलित समाज अपने को ठगा महसूस कर रहा है। संत रामपाल जी महाराज के निर्देश पर अनुयायियों ने आज पूरे देश में जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजकर संसद में एससी एसटी कानून को पूर्व की भांति लागू करने की मांग किया है। अगर इसे जल्द से जल्द पूर्व की भांति लागू नहीं किया गया तो पूरे भारत में एक साथ कबीरपंथी आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। इस अवसर पर रामाशीष दास, रामलखन दास, मुन्ना दास, पंधारी दास, हरिप्रसाद, अर्जुन दास, हरेंन्द्र दास, पप्पू दास, पंकज दास, लखेन्दर दास, सुमन सिंह, महेन्द्र दास, मुन्ना दास, पवन दास, मीना दासी आदि मौजूद रहे।
रिपोर्ट-:राकेश वर्मा आजमगढ़