बदायूं, बरेली। उत्तर प्रदेश के बदायूं जनपद में उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक सिपाही ने छुट्टी को लेकर हुए विवाद में एसएसआई को गोली मार दी। इसके बाद सिपाही ने खुद को भी गोली मार ली। बदायूं से उझानी कोतवाली के अंदर खाकी की गोलीबारी से हड़कंप मच गया आनन-फानन में दोनों घायल पुलिसकर्मियों को जिला अस्पताल ले जाया गया जहां से डॉक्टरों ने दोनों पुलिसकर्मियों को बरेली रेफर कर दिया। एसएसआई की हालत गंभीर बताई जा रही है बताया जा रहा है कि शुक्रवार की सुबह सिपाही ललित ने घर जाने के लिए छुट्टी मांगी थी। सिपाही की मांग पर उसे चार दिन की छुट्टी दे दी गई थी। लेकिन सिपाही अधिक दिनों की छुट्टियों की मांग कर रहा था जिसको लेकर उसकी थाने में तैनात ऐसा साई राम अवतार से कहासुनी हो गई देखते ही देखते दोनों में गाली गलौज शुरू हो गई। जिसके बाद सिपाही ललित ने सरकारी रिवाल्वर से दो गोली मार दी। इसके बाद सिपाही ने खुद को भी गोली मार ली। थाने के भीतर हुई फायरिंग से पुलिस में हड़कंप मच गया। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने आनन-फानन में दोनों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। सूचना पर जिला अधिकारी समेत पुलिस के तमाम अधिकारी मौके पर पहुंच गए। दोनों पुलिसकर्मियों की हालत बिगड़ने पर उन्हें बरेली के मिशन अस्पताल में रेफर कर दिया गया। जहां एसएसआई की हालत गंभीर बताई जा रही है। जिला अधिकारी कुमार प्रशांत ने मीडिया को बताया कि छुट्टी को लेकर सिपाही ने एसएसआई को गोली मारी है। जिसके बाद खुद को भी गोली मार ली है। दोनों को बरेली भेजा गया है।
कोतवाल से भी हुआ था सिपाही का विवाद
कोतवाल ओमकार सिंह से भी सिपाही ललित का छुट्टी को लेकर विवाद हुआ था। इस पर कोतवाल ने सिपाही को जमकर लताड़ लगाई थी। इसके बाद से ही सिपाही कोतवाल ओमकार सिंह से बातचीत नहीं कर रहा था। ओमकार सिंह ने सिपाही को चेतावनी दी थी कि अगर उसने थाने में इस तरह का व्यवहार दोबारा किया तो उसकी अधिकारियों से शिकायत की जाएगी।
4 दिन की छुट्टी से संतुष्ट नहीं था सिपाही
शुक्रवार को जब सिपाही एप्लीकेशन लेकर एसएसआई के पास पहुंचा तो उन्होंने केवल 4 दिन की छुट्टी पर जाने की बात कही। लेकिन सिपाही और ज्यादा दिन की छुट्टी मांग रहा था। इसको लेकर सिपाही की एसएसआई रामौतार से पहले तू-तू मैं-मैं हुई। मामला बढ़ता देख सिपाही ने अपनी सरकारी रिवाल्वर से एसएसआई पर फायर झोंक दिया।
उझानी पहुंचे डीआईजी राजेश पांडे
घटना की जानकारी होने के बाद लखनऊ तक पुलिस कर्मियों में हड़कंप मच गया। लखनऊ से लगातार अधिकारियों के पास फोन घन – घनाने लगे। डीआईजी राजेश पांडे पहले मिशन अस्पताल पहुंचे। जहां उन्होंने घायल दोनों पुलिसकर्मियों की हालत के बारे में जानकारी ली। इसके बाद उझानी के लिए रवाना हो गए। डीआईजी राजेश पांडे ने बताया कि इस मामले में लापरवाही बरतने वाले किसी भी पुलिसकर्मी को बख्शा नहीं जाएगा। अगर सिपाही पहले से ही वेलगाम था तो उसके खिलाफ अधिकारियों को रिपोर्ट न देने वाले इंस्पेक्टर के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।।
बरेली से कपिल यादव