बरेली। शनिवार को एसआरएमएस रिद्धिमा के चतुर्थ थिएटर फेस्टिवल रंग महोत्सव इंद्रधनुष 2024 के सातवें और अंतिम दिन थिएटरलीला एक्टिंग स्टूडियो की ओर से चरणदास चोर का मंचन हुआ। सीडीओ आईएएस जग प्रवेश, एसआरएमएस ट्रस्ट के संस्थापक व चेयरमैन देव मूर्ति ने दीप प्रज्ज्वलित किया। नाटक चरणदास चोर एक व्यंग्यपूर्ण और सामाजिक रूप से प्रासंगिक संगीत नाटक है। यह ईमानदारी, लालच और नैतिक दुविधाओं को उजागर करता है। प्रसिद्ध नाटककार हबीब तनवीर लिखित और वरुण शर्मा निर्देशित इस नाटक मे हास्य, संगीत और सामाजिक आलोचना के अनोखे मिश्रण ने दर्शकों को बांधे रखा। यह नाटक एक दिलचस्प और चालाक चोर चरणदास की कहानी है जो अपने पेशे के बावजूद, अटूट नैतिकता पर विश्वास करता है। कई हास्यप्रद और विचारोत्तेजक घटनाओं के माध्यम से चरणदास एक भ्रष्ट समाज मे अपने सिद्धांतों को थामे रहता है। भले ही उसे सत्ता और प्रलोभन का सामना करना पड़े। व्यंग्य और जीवंत लोक गीतों का उपयोग कर मानव स्वभाव, सामाजिक मान्यताओं और न्याय प्रणाली की विसंगतियों पर सवाल उठाता यह नाटक समाज को नैतिकता का संदेश भी देता है। मनोरंजन के साथ-साथ दर्शकों को मूल्यों, ईमानदारी और न्याय की प्रकृति के बारे में गहराई से सोचने के लिए प्रेरित करता यह नाटक, हल्के-फुल्के अंदाज में, मानव स्वभाव पर गहरी दृष्टि प्रस्तुत करता है। नाटक में मानस राज (चरणदास चोर), संभव गुप्ता (हवलदार), ईशान जैन (बाबा), रश्मि मिश्रा (रानी) ने भूमिका निभाई।।
बरेली से कपिल यादव