बरेली। हजारों निवेशकों से करोड़ों रुपये की ठगी करने के मामले मे फरार भाजपा नेता सूर्यकांत मौर्य और उसके भाई शशिकांत पर रिपोर्ट दर्ज होने के बाद एसआईटी सक्रिय हो गई है। एसआईटी ने बुधवार को सिंधुनगर कालोनी स्थित दोनों भाइयों के घरों पर छापा मारा, लेकिन घरों पर ताला लटका मिला। इसके बाद टीम ने उनके पहचान के लोगों से घंटों पूछताछ की। पुलिस भी दोनों आरोपियों को तलाश रही है। सूर्यकांत को भाजपा के महानगर मंत्री पद से हटाया जा चुका है। अमर ज्योति यूनिवर्स निधि लिमिटेड में हजारों निवेशकों ने अपनी जमापूंजी जमा की है। करोड़ों रुपये के घोटाले में कंपनी के निदेशक शशिकांत मौर्य, उसके भाई सूर्यकांत, मैनेजर अमित सिंह, एजेंट सुनील बाबू मौर्य के खिलाफ बदायूं कोतवाली मे 1 जून को असद अहमद ने मुकदमा दर्ज कराया था। बदायूं के थाना कोतवाली में दोनों आरोपियों के खिलाफ 400 से अधिक लोग तहरीर दे चुके हैं। घोटाले का पर्दाफाश होने के बाद दोनों भाई फरार हैं। निवेशक उनके घरों के आसपास मंडरा रहे हैं। निवेशकों के साथ हुई ठगी के बाद से एसआईटी टीम गठित की गई। बदायूं के एसपी सिटी विजेंद्र द्विवेदी के नेतृत्व टीम ने बुधवार को भी आरोपियों के आवास पर छापा मारा, लेकिन घरों पर ताला लटका मिला। इसके बाद एसआईटी ने वहां पर मौजूद उनके करीबियों से पूछताछ की। बदायूं के निवेशकों को जैसे ही पता चला कि एसआईटी टीम पहुंची है। वैसे ही वे भी पहुंच गए। एसपी सिटी विजेंद्र द्विवेदी ने बताया कि आरोपियों की तलाश जारी है। एसआईटी घोटाले के तथ्य जुटा रही है।।
बरेली से कपिल यादव