पिंडरा/वाराणसी- पिंडरा तहसील से 10 गांव काटकर सदर तहसील में मिलाए जाने से नाराज वकीलों ने 17 वे दिन बुधवार को भी धरना प्रदर्शन करने के साथ सभी न्यायालयों व कार्यालयों में तालाबंदी की और मुख्य द्वार पर ताला जड़ दिया।जिसके चलते फरियादी और अधिकारी को पैदल बड़ी मुश्किलन अंदर जा सके। वही अधिवक्ताओ को मनाने पहुँचे एडीएम प्रशासन भी एक घण्टे तक वकीलों को समझा बुझाकर धरना स्थगित कराया।
वही बुधवार को भी अधिवक्ता पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सभी न्यायालयों में तालाबंदी व रजिस्ट्री कार्यालय में ताला लगा दिया।और मुख्य गेट पर भी ताला लगा कर धरने पर बैठे वकीलों ने कहाकि कटे हुए गांव की अधिसूचना जब तक नहीं जारी होती हम अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। तहसील बार एसोसिएशन पिंडरा के बैनर तले चल रहे
धरना प्रदर्शन के बीच वकीलों को समझाने एडीएम प्रशासन मुनींद्र नाथ उपाध्याय अपराह्न 3 बजे पहुचे और एक घंटे तक चली वार्ता के बाद सहमति बन पाई। इस दौरान निर्णय हुआ कि मुख्यमंत्री व राजस्व परिषद से वकीलों का एक प्रतिनिधिमंडल मिलेगा। तब तक के लिए धरना प्रदर्शन स्थगित करने का निर्णय लिया गया। सार्थक हल न निकलने पर फिर से धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
इस दौरान बार अध्यक्ष शिवपूजन सिंह व महामंत्री राजेश पटेल , अशोक पांडेय,पंधारी यादव, सुभाष दुबे,जवाहर वर्मा,श्रीनाथ गौड़,जटाशंकर मिश्र,प्रेमशंकर सिंह,फतेह बहादुर ,शैलेन्द्र सिंह,चन्द्रभान पटेल, संजय सिंह, शम्भूनाथ मिश्र,जगदम्बा मिश्र,बच्चालाल यादव, बीरेंद्र यादव,आनंद मिश्र, राजेश सिंह समेत सैकड़ो अधिवक्ता उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-:महेश पाण्डेय(संजय गुप्ता)फूलपुर