एक मंच पर एक राष्ट: एक चुनाव को कई हुए सहमत,प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जमकर हुई तारीफ

*वन नेशन-वन इलेक्शन से मिलेगी विकास को रफ्तार

हरदोई -हरदोई में सदर विधायक नितिन अग्रवाल की ओर से आयोजित की गई एक राष्ट्र एक चुनाव पर राष्ट्रीय चिंतन एवं विशाल गोष्ठी में शहर के प्रबुद्ध वर्ग समेत भाजपा के स्थानीय नेतागण मौजूद रहे। मुख्य अतिथि भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री सुनील बंसल समेत कई नेताओं ने अपने-अपने विचार रखे। गोष्ठी में भाजपाइयों ने विरोधी दलों की आलोचना की और एक राष्ट्र एक चुनाव के महत्व पर मंथन किया। इसके साथ ही देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से किए गए कार्याें की जमकर तारीफ की गई।जानकारी के अनुसार विचार को एक राष्ट्र एक चुनाव मुद्दे पर शहर के गांधी भवन प्रांगण में आयोजित की गई इस विशाल गोष्ठी का संचालन भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीकृष्ण शास्त्री ने किया। कार्यक्रम की शुरूआत मुख्य अतिथि सुनील बसंल व पूर्व राज्यसभा सांसद नरेश अग्रवाल ने दीप प्रज्जवलन कर की। इसके साथ ही सदर विधायक नितिन अग्रवाल की ओर से आए अतिथियों को प्रतीक चिन्ह भेंट किए गए। इसके बाद एक एक कर वक्ताओं ने एक राष्ट्र एक चुनाव पर अपने-अपने विचार रखे। सर्वप्रथम कार्यक्रम के आयोजक सदर विधायक नितिन अग्रवाल ने कहा कि आज के दौर में एक राष्ट्र एक चुनाव की महती आवश्यकता है क्योंकि देश की अर्थव्यवस्था व लोकतांत्रित व्यवस्था को सुधारना बेहद जरूरी है। बगैर इन व्यवस्थाओं के सुधार के देश का विकास नहीं किया जा सकता। उन्होने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री की ओर से इस विचार पर मंथन किया जा रहा है। इसी के तहत कार्यक्रम की शुरूआत की गई है। इसके साथ ही सांसद अंशुल वर्मा व अंजू बाला ने भी अपने अपने वक्तव्य में वन नेशन वन इलेक्शन को महत्वपूर्ण बताया। वहीं सांसद अंशुल वर्मा ने डिजिटल मतदान प्रणाली की बात भी उठाई। इसके साथ ही पूर्व राज्यसभा सांसद नरेश अग्रवाल ने बेहद गंभीरता से वन नेशन वन इलेक्शन पर बल देते हुए कहा कि अगर देश में सभी चुनाव एक साथ हुए तो चुनाव के दौरान में आने वाला फिजूल खर्च भी बचेगा और चुनाव के दौरान वोटरों को अलग-अलग राज्यों में लुभाने के गलत तरीके भी खत्म हो जाएंगे। इसके साथ ही उन्होने कहा कि अगर भाजपा के विरोधी दल प्रधानमंत्री को चोर कहते हैं तो उन्हे माफी मांगनी चाहिए क्योंकि अगर अपने प्रधानमंत्री के बारे में ऐसा कहेंगे तो विदेशी इसका फायदा उठाएंगे। मुख्य अतिथि व मुख्य वक्ता भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री सुनील बंसल ने वन नेशन वन इलेक्शन वर विस्तारपूर्वक एक लंबा भाषण दिया। जिसमें कहा गया कि यह कोई नया विचार नहीं है इलेक्शन कमीशन की ओर से 1983 व 1999 में इसका विचार आया। लेकिन तत्कालीन कारणों के चलते इसपर मंथन नहीं हो सका। श्री बंसल ने जिक्र किया कि 1967 के पूर्व भी सभी चुनाव एक साथ होते रहे। लेकिन कांग्रेस सरकार बनने के बाद इसको खत्म किया गया। इसके साथ ही उन्होने कहा कि समाज को हमेशा बदलाव की आवश्यकता होती है। आज जब से भाजपा की सरकार बनी है तो किसानो को यूरिया आदि सही तरीके से मिल रही है। इससे पूर्व यूरिया केमिकल फैक्ट्री में ब्लैक हो जाती थी। लेकिन अब भाजपा ने इसको नीम कोटेड करके पूरी तरह हेराफेरी बंद करा दी है। जिससे किसानो को राहत मिल रही है। श्री बंसल ने ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों का जिक्र करते हुए कहा कि ग्रामीण सबसे अधिक मतदान में भागीदारी करते हैं। क्योंकि शहर के लोगों के पास टाइम नहीं होता। कहा कि प्रशासन को चुनाव के दौरान आचार संहिता लगने के कारण अन्य काम भी बंद करने पड़ते हैं इसका असर सरकार व विकास पर भी पड़ता है। उन्होने कहा कि अगल-अलग चुनाव होने के कारण पांच साल की सरकार को केवल साढ़े तीन साल मिलते हैं जिससे विकास पिछड़ता है। ऐसे में आज बेहद जरूरी है कि सभी चुनाव एक साथ हो।

मुख्य अतिथि भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री सुनील बंसल की ओर से अपने लंबे भाषण के दौरान वन नेशन वन इलेक्शन को और भी आवश्यक बनाने की दिशा में विचार व्यक्त किया गया। इस दौरान उन्होने कहा कि वर्ष 2009 के चुनाव में लगभग 1500 करोंड़ खर्च हुए, 2014 के दौरान 3400 करोड़ खर्च हुए। इसके साथ ही उन्होने कहा कि सरकारे पांच साल के लिए बनती है जिसमें कुल 1865 दिन होते हैं लेकिन 329 दिन चुनावों में गुजर जाते हैं। ऐसे में लगभग डेढ़ वर्ष का नुकसान होता है। जिससे विकास को गति नहीं मिल पाती और प्रशासन भी चुनाव में डूबा रहता है। इसलिए आज प्रधानमंत्री की ओर से उठाया गया इसका मुद्दा बेहद महत्वपूर्ण हो गया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *