बरेली। आला हजरत के उर्स-ए-रजवी के समापन के बाद बुधवार को बरेली जंक्शन, सिटी स्टेशन और इज्जतनगर रेलवे स्टेशन पर हजारों जायरीन की भीड़ उमड़ पड़ी। दोपहर में कुल की रस्म के बाद ही घर वापसी को निकल पड़े जायरीन ने रेलवे स्टेशनों का रुख किया। देखते ही देखते बरेली जंक्शन के सभी पांचों प्लेटफार्म यात्रियों से खचाखच भर गए। यही हाल बरेली सिटी और इज्जतनगर स्टेशनों का रहा, जहां पैर रखने तक की जगह नहीं बची। अचानक बढ़ी भीड़ ने रेलवे अधिकारियों और सुरक्षा एजेंसियों के हाथ-पांव फुला दिए। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि कई जायरीन ट्रेनों में चढ़ने के लिए सीधे ट्रैक पर उतर आए। बार-बार अनाउंसमेंट कर यात्रियों को ट्रैक से हटने और प्लेटफार्म पर खड़े रहने की अपील की गई, लेकिन भीड़ काबू में नही आ रही थी। धक्कामुक्की और मारामारी जैसे हालात बन गए। डर था कि कहीं यात्री चलती ट्रेनों पर सवार न हो जाएं। भीड़ को संभालने के लिए आरपीएफ, जीआरपी और सिविल पुलिस की टीमें तैनात की गईं। साथ ही दस टीमों को कामर्शियल विभाग के सीएमआई की देखरेख में मॉनीटरिंग की जिम्मेदारी दी गई, ताकि जायरीन सुरक्षित ढंग से ट्रेनों में सवार हो सके। वापसी की भीड़ के मद्देनजर रेल प्रशासन ने पहले से ही इंतजाम कर रखे थे। जायरीनों की भीड़ को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए बरेली जंक्शन से सहारनपुर के लिए और बरेली सिटी से पीलीभीत व लालकुआं के लिए उर्स स्पेशल ट्रेनें चलाई गई। इन स्पेशल ट्रेनों ने काफी हद तक भीड़ का दबाव कम किया और हजारों जायरीन अपने गंतव्यों के लिए रवाना हो गए। फिर भी, देर शाम तक रेलवे स्टेशनों पर अफरा-तफरी का माहौल रहा। अतिरिक्त पुलिस बल और स्पेशल ट्रेनों की व्यवस्था से हालात धीरे-धीरे काबू मे आ गए और जायरीन सकुशल रवाना हो सके।।
बरेली से कपिल यादव