उर्स के मंच से बोले उलमा- शरीयत के हिसाब से करे कार्य

बरेली। 58वें उर्स-ए-शराफत मियां के कुल की रस्म गुरुवार सुबह अदा की गई। उसे के मंच से उलमा ने मुस्लिम कौम के गैर जरूरी व गैर शरई कामों में उलझे होने पर चिंता जताई। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि वे इस्लामी शरीयत के हिसाब से काम करें। कुल की रस्म के साथ उर्स का समापन हो गया। देश में अमन और भाईचारे की दुआ मांगी गई। इस मौके पर मीनार पत्रिका का विमोचन किया गया। सुबह 8 बजे दरगाह के मेहमानखाने में तकरीरी कार्यक्रम हुआ। जिसमें शाहिद शेख, प्रोफेसर महमूद उल हसन, मौलाना रिफ्यकत नईमी, मौलाना मुफ्ती फहीम सकलैनी, मौलाना खालिद सकलैनी, मौलाना अवसार सकलैनी, मौलाना नूर मोहम्मद समेत अन्य उलमा ने कौम को आपस में इत्तिहाद, मोहब्बत, भाई-चारे के साथ रहने की हिदायत की साथ तालीम पर जोर दिया। कहा कि बच्चों को दुनियावी के साथ दोनी तालीम भी दिलाएं। मौलाना मुफ्ती फहीम अजहरी ने कहा कि आज हमारी कौम गैर जरूरी और गैर शरई कामों में उलझी हुई है। जैसे शादियों में फिजूल रस्म और खर्च किए जा रहे हैं। मुसलमान अपने काम इस्लामी शरीयत के हिसाब से करे। सुबह 11 बजे कुल शरीफ की रस्म अदा की गई। मुंतखब मियां, सादकैन सकलैनी, हाफिज गुलाम मौस, हमजा सकलैनी, मुर्तुजा सकलैनी, मुंतसिच सकलैनी, इतिखाब सकलैनी, सलमान सकलैनी, मुनीफ सकलैनी, फैजयाच सकलैनी, असदक सकलैनी, शाहिद शेख, हाजी लतीफ आदि मौजूद रहे। वहीं, दरगाह के सज्जादानशीन गाजी मियां ने उर्स मे आए जायरीन को पैगाम दिया कि आपस मे मोहब्बत इत्तिहाद भाईचारा कायम करें। सज्जादानशीन ने दूसरे उर्स ए सकलैनी का ऐलान किया और बताया उर्स 24 से 28 सितंबर तक मन्द्रया जाएगा। उर्स में मुरीदीन को आने की दावत दी। शुक्रवार को जाने ईद मिलादुन्नबी के मौके पर सज्जादानशीन गाजी मियां गुलाबनगर मोहल्ला स्थित दरगाह बशीर मियां पर जायरीन के साथ हाजिरी देने के लिए जाएंगे। वापसी में गुलाधनगर धोसियों वाली मस्जिद से जुलूस ए मोहम्मदी का आगाज होगा। शाहबाद की तंग गलियों मे जायरीन का हुजूम उमड़ पड़ा। सुबह 11 बजे के बाद कूल की रसम पूरी होने के बाद लोगों ने जब लौटना शुरू किया तो आसपास के चौराहों पर जाम लग गया। कुतुबखाना बड़ा बाजार शाहबाद, प्रेमनगर, मूर्ति नर्सिंग होम समेत अन्य जगह पर घंटो लोग जाम में फंसे रहे। ट्रैफिक पुलिस ने जाम खुलवाकर वातायात को सुचारू कराया। दरगाह कमेटी ने पुलिस-प्रशासन का आभार जताया। उर्स की व्यवस्थाओं मे आफताब आलम मेराज हसन, इंतिजार हुसैन, सैयद मोहसिन, संवद राशिद फैसल सकलैनी, सैयद आमिर, मुशाहिद सकलैनी, राशिद खान, फरहान सकलैनी, जमील सकलैनी आदि का सहयोग रहा।।

बरेली से कपिल यादव

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