बरुआसागर(झाँसी)रमजान के पवित्र माह में रोजा इफ्तार का बड़ा महत्व माना जाता है।रोजा इफ्तार पर रोजेदार सहित अन्य लोग सभी गिले शिकवे को भुलाते हुए एक साथ भोजन ग्रहण करते है।नगर के मिलान उर्दू मीडियम स्कूल में रोजा अफ्तार कराया गया।जिसमें एमएलसी प्रतिनिधि सहित जिले और नगर के तमाम जन प्रतिनिधियों ने शिरकत करते हुए अफ्तार का लुत्फ उठाया।देर शाम रोजा इफ्तार का आयोजन हुआ।रोजेदारों ने नमाज अदा करके सामूहिक इफ्तार किया।इफ्तार मोके पर जानकारी देते हुए बताया गया कि पैगंबरे इस्लाम उम्मत के दरमियान दो महत्वपूर्ण चीजें अपनाने की हिदायत कर गए हैं।एक कुरान और दूसरे दामने अहलेबैत,जो इन दोनों से अपने को जोड़े रखेगा वो जन्नत का हकदार होगा।माहे रमजान साल का वो महीना है जिसे खुदा ने अपना महीना कहा है। इस महीने में तमाम मुसलमान अल्लाह के मेहमान हैं, इस महीने में कोई भी इंसान एक नेकी करता है तो हजार नेकी का फल उसे मिलता है।नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि ओमी कुशवाहा ने कहा कि माहे रमजान में हर व्यक्ति को दूसरों की भलाई के लिए काम करना चाहिए, इसी में सबका भला छुपा होता।इस मौके पर रोजअली जनाब आर पी निरंजन एम एल सी प्रतिनिधि,अली जनाब अल्प संख्यक सभा जिलाध्यक्ष सलीम खानजादा, नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि ओमी कुशवाहा,नगर पालिका पार्षद कमलापत राय, नसीर मेंबर, पूर्व पार्षद लियाकत अली, नजीर सदर कल्लेक्ट्रट, चौधरी उस्मान, पीर मोहमद पीरू ,अब्बू खां,जफर अली,शफीक खान, शौकत अली, बशीर मोहम्मद, पार्षद अल्ताब अली, नीतू, कौशल राय, इस्लाम मंन्सूरी,जाहिद अली, निसार राइन, अजहर अली, सईद उल्ला, ,ताहिर अली, सद्दाम अली, सलीम,रुबी टेलर, पप्पू इटाली, उपस्थित रहे।उपस्थित पूरी मुस्लिम समाज द्वारा देश में अमन चैन के लिये दुआ मांगी गई।
रिपोर्ट: अमित जैन, उमेश रजक बरुआसागर