मीरजापुर -मड़िहान में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या का उड़नखटोला मरचा गांव में सोमवार को 12:40 बजे पर उतरा तो आसपास के लोग न्याय की उम्मीद से प्रार्थनापत्र हाथों में लेकर घंटो तक खड़े रह गये।शासन प्रशासन के पहरेदार उनके करीब फटकने तक नही दिये।उपमुख्यमंत्री के चले जाने के बाद सैकड़ो पीड़ित पुरुष व महिलाओं को अपनी व्यथा कहने का मौका नही मिला।मन की पीड़ा मन मे लेकर सरकार की व्यवस्था को कोषते घर की ओर चले गये।कहते ही जा रहे थे कि बरबस ही हमलोग भीड़ का हिस्सा बने रहे।लोगों को आस थी कि उपमुख्यमंत्री महोदय से मिलकर अपनी व्यथा को कहेंगे।लेकिन सुरक्षा में लगे जवानों ने उन्हें मिलने से मना कर दिया।जिससे विकास,बिजली,पेयजल,भूमि बिबाद आदि समस्याओं तथा अधिकारियों के कृत्यों का उजागर न हो।पटेहरा कला गांव के शिकायत कर्ताओं भानू सिंह व पारस यादव ने बताया कि विधायक द्वारा गरीबों का चमन उजाड़कर ग्रामसभा की जमीन में महल खड़ा दिया गया।भाजपा शासनकाल में विकास विभाग का खेल उजागर करने पहुँचे खुटारी गांव निवासी मनधारी पुत्र बंजार,खेलाड़ी पुत्र भुलई,लालू पुत्र नान्हू को ग्राम प्रधान व ग्राम विकास अधिकारी की मिली भगत से जिंदा रहते हुए भी मृतक दिखा कर सरकारी योजनाओं से वंचित कर दिया गया है।
हेलीपैड सुरक्षा मे लगी एलआईयू की टीम प्रभारी सत्येंद्र सिंह द्वारा उपमुख्यमंत्री के स्वागत में गुलदस्ता,पुष्पगुच्छ लेकर जा रहे छुटभैया कार्यकर्ताओं को रोकने पर नोकझोंक हुआ।
-मीरजापुर से बृजेन्द्र दुबे की रिपोर्ट