बरेली। दो दिन पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 वीएसएल टू लैब का उद्घाटन ऑनलाइन किया था। इस लैब में कोरोना का सैंपल लेने के लिए कोई भी स्टाफ तैनात नहीं है। यही वजह है कि अब तक कोविड-19 वीएसएल टू लैब में एक भी कोरोना का सैंपल नहीं गया है। 50 लाख की लागत से बनी लैब सिर्फ शोपीस बनकर रह गई है। कोरोना संक्रमण ज्यादा से ज्यादा सैंपलिंग के लिए जिले में आईवीआरआई और जिला अस्पताल में आने वाले मरीजों की ट्रू नॉट सेंपलिंग कोरोना की टेस्टिंग के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने बरेली समेत अन्य कई जिलों में ऑनलाइन कोविड-19 वीएसएल टू लैब का उद्घाटन किया था। इस दौरान जिला अस्पताल में अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल समेत जिले के अन्य प्रशासनिक और स्वास्थ्य अधिकारी मौजूद थे। बताया गया कि उद्घाटन के समय लैब में जो स्टाफ था। बह लैब उद्घाटन के लिए लखनऊ से आया था जो वीएसएल टू लैब का उद्घाटन होने के बाद वह टीम वापस लखनऊ चली गई। इस लैब के लिए जिले में कोई भी टीम नहीं है। यही वजह है कि पचास लाख की लागत से बनी लैब में ताला पड़ा हुआ है। पचास लाख लगाने के बाद भी कोविड-19 बीएसएल टू से सेंपलिंग नहीं हुई है। वीएसएल टू लैब में करीब 500 लोगों तक की सैंपलिंग होने की बात कही गई थी। मौजूदा समय में इस लैब में 200 लोगों की सैंपलिंग करने की बात कही गई है।
कोविड-19 बीएसएल टू लैब में मौजूदा समय में कोई भी स्टाफ नहीं है। जिस वजह से लैब में किसी की भी सैंपलिंग नहीं हो पाई है। मुख्यालय से स्टाफ की मांग की गई है। स्टाफ मिलने के बाद ही लैब में सेंपलिंग शुरू हो पाएगी।
– विनीत कुमार शुक्ला सीएमओ बरेली
तकनीकी स्टाफ के अभाव में मशीन नहीं चलाई जा सकती है। उद्घाटन के समय जो स्टॉफ मुख्यालय से भेजा गया था। बह वापस चला गया है। यहां का स्टाफ या मशीन नहीं चला सकता।
– डॉक्टर जसकरन सिंह नोडल अधिकारी कोविड-19 बरेली
बरेली से कपिल यादव