उत्तराखंड/पौड़ी गढ़वाल- दुगड्डा सौड़ पीपलीधार मोटरमार्ग पर वन विभाग की लापरवाही के चलते ग्राम पाल के नीचे चौकी डागर जाने वाली सड़क पर जगह जगह अवैध खनन रुकने का नाम नहीं ले रहा है । ग्रामीणों की मानें तो वन विभाग अपने कमीशन के चलते ठेकेदारों को इस अवैध खनन की इजाजत दे रहा है ।
हाल ही में मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने जिलाधिकारियों, खनन विभाग और परिवहन विभाग को आपसी समन्वय से कार्य करने के निर्देश दिए थे । साथ ही अवैध खनन का कारोबार प्रदेश में बंद हो यह सुनिश्चित किया जाना अधिकारियों की जिम्मेदारी बताया था । मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को इस संबंध में सख्ती बरतने को कहा था , यहां तक निर्देश दिए गए थे कि जमीन समतलीकरण के नाम पर भी अवैध खनन न हो और इसमें भी रॉयल्टी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाय और इसमें होने वाली आपसी मिली भगत को सख्ती से पूरी तरह समाप्त किया जाय ।
लेकिन यह सब बातें शायद कागजों और मीडिया तक ही रही शायद अधिकारियों ने इसे धरातल पर उतारना सही नही समझा क्योंकि ऐसे में कमीशन कहां से आएगा ?
डागर अकरी वारजुला संघर्ष समिति के अध्यक्ष नंद किशोर लखेड़ा ने कहा कि उनके द्वारा जखेड़ पर हो रहे अवैध खनन की सूचना पूर्व में वन क्षेत्राधिकारी मणिकनाथ रेंज डांगचौरा को दी गई थी , लेकिन वन विभाग चुप्पी साधे बैठा है रोड पर जहां आज लगभग 20-25 डम्फर पत्थरों का ढेर लगा हुआ है और रोकने वाला कोई नही है । नंद किशोर लखेड़ा जी ने कहा कि अगर यह अवैध खनन का कारोबार ऐसे ही चलता रहा तो डागर वारजूला संघर्ष समिति चुप नही बैठेगी और इस अवैध खनन के खिलाफ मोर्चा खोलेगी , जनता के साथ मिलकर आंदोलन किया जाएगा ।
– संजय चौहान, देवप्रयाग